हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे कैदी शाहिद अंसारी (41) ने सुरक्षा में लगे हवलदार चोहन हेम्ब्रम की हत्या कर अस्पताल से फरार हो गया। घटना रविवार रात लगभग 11:40 बजे की है, जब शाहिद ने स्लाइन चढ़ाने वाले स्टैंड की रॉड से हवलदार पर हमला किया। हवलदार के अचेत होने के बाद, शाहिद ने स्लाइन के पाइप से उनका गला घोंट दिया।
मृतक हवलदार की जेब से चाबी निकाल कर उसने हथकड़ी खोल ली और वार्ड के दरवाजे को हथकड़ी से लॉक कर दिया। रात के 1:15 बजे शाहिद पैदल ही अस्पताल से फरार हो गया। हत्या की जानकारी सोमवार सुबह पुलिस को मिली।
शाहिद अंसारी धनबाद के चास नाला का निवासी है और प्रिंस खान गिरोह से जुड़ा हुआ है। वह हत्या और दुष्कर्म के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा था। उसके शरीर के दाहिने हिस्से में झुनझुनी की शिकायत थी और फुट ड्रॉप के कारण वह लाठी के सहारे चलता था। हालांकि, हत्या के बाद वह बिना लाठी के पैदल ही अस्पताल से बाहर निकल गया।
हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने फरार शाहिद की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता सीसीआर डीएसपी मनोज कुमार सिंह कर रहे हैं। शाहिद अंसारी को पहले धनबाद जेल से हजारीबाग सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था, और अब उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
शाहिद पर सुदामाडीह और पाथरहीह थानों में हत्या, दुष्कर्म, और अन्य गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं और प्रशासन द्वारा सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया है।