जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र का सीआरएस पोर्टल किया गया अपडेट,लोगों के लिए बना सिरदर्द

 जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के सीआरएस पोर्टल किया गया अपडेट,लोगों के लिए बना सिर दर्द

रांची: केंद्र सरकार ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए तैयार किए गए सीआरएस पोर्टल को अपडेट किया है। अपडेट के बाद पोर्टल में कई नए कॉलम दिख रहें है। अपडेट के बाद से ही इस पोर्टल का उपयोग करने वाले आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नए कॉलम के तहत अब सभी आवेदकों को आधार नंबर, मोबाइल नंबर के साथ ई-मेल आईडी देना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना ई-मेल आईडी डाले आगे का विकल्प काम ही नहीं कर रहा। फॉर्म भरने के न्दौरान बच्चों का भी आधार कार्ड मांगा जा रहा है। अधिकतर परिजन नवजात का आधार कार्ड नहीं बनवाते।

इस वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। इसके अलावा सबसे बड़ी समस्या पोर्टल के सर्वर की है। अधिकतर समय पोर्टल धीमा चलता है। इस वजह से पहले जहां एक ऑपरेटर एक दिन में 100 आवेदनों की इंट्री करता था, अब वह 30 से 40 आवेदनों की ही इंट्री कर पा रहा है। इसका नतीजा है कि आवेदक जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए निगम के चक्कर लगा रहे हैं।

इस संबंध में पूछे जाने पर निगम अधिकारियों ने बताया कि पोर्टल में आ रही समस्याओं की जानकारी संबंधित विभाग को दी गई है। जल्द ही समाधान करने की बात कही गई है। इस मामले में निगम कुछ नहीं कर सकता।

नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन करने वाले भी परेशान हैं। पिछले माह आए अधिकतर आवेदनों को वापस किया जा रहा है। क्योंकि, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जमा किए गए आवेदनों में घाट से मिले दाह संस्कार के पेपर पर आवेदक का आधार और मोबाइल नंबर दर्ज नहीं है। जबकि, सीएसआर पोर्टल में घाट से दिए जाने वाले पेपर में भी आधार- मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य कर दिया है।

इस वजह से आवेदकों को परेशानी हो रही है। दूसरी ओर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के पास सत्यापन के लिए भेजे गए जन्म प्रमाण पत्र का आवेदन भी वापस आ रहा है। इसमें कहा गया है कि नए पोर्टल में मांगी जा रही जानकारी के साथ फॉर्म भरकर भेजें। हालांकि, सांख्यिकी कार्यालय में एक जून से आवेदकों की गवाही भी नहीं हो रही है। क्योंकि, कार्यालय में गवाही का काम करने वाला सहायक सेवानिवृत्त हो गया है।

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