
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने आइइएस अधिकारी छवि रंजन की भूमिका को लेकर हैरानी जताई है.ट्विटर के जरिये उन्हों ने कहा है कि उन्हें यह सुन कर हैरानी होती है कि प्रेम प्रकाश जैसे दलाल के लिये छवि रंजन बंधुआ मज़दूर की तरह काम करने वाले अफसर रहे.
अपने अधीन काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को ग़लत काम करने के लिये सत्ता संरक्षण के बल पर उन्होंने धौंस देकर आतंक क़ायम किया हुआ था. जो लोग छवि रंजन के मौखिक आदेश पर ग़लत करने से डरते थे या आनाकानी करते थे, उसे प्रताड़ित और तंग किया जाता था.
बाबूलाल के मुताबिक लोग बताते हैं कि मौखिक आदेश पर अपने अधीन काम करने वाले अफ़सरों, कर्मचारियों से ग़लत काम के लिये प्रेशर देने वाले छवि रंजन अकेले नहीं हैं. झारखंड को लूट कर खोखला बनाने वाले ऐसे कुछ और बेईमान सीनियर अफ़सर हैं, जो अपने अधीनस्थ को डरा धमका कर ग़लत करवाते हैं. लूट के माल का हिस्सा खुद लेते हैं और उपर तक भी पंहुचाते हैं. जब पकड़ाने का नम्बर आता है तो खुद पल्ला झड़कर नीचे वालों को फंसा खुद बच निकलने का प्रयास करते हैं.