चाईबासाः चक्रधरपुर के गोईलकेरा में घटी नक्सली घटना के बाद पूर्व विधायक गुरुचरण नायक से पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मुलाकात की. बाबूलाल मरांडी को गुरुचरण नायक से मुलाकात करने में भी मशक्कत करनी पड़ी. रांची से चक्रधरपुर पहुंचने पर बाबूलाल मरांडी को प्रशासन ने सोनुआ जाने से रोक दिया. प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बाबूलाल मरांडी को आगे जाने से जब रोका गया तब बीजेपी कार्यकर्ता नाराज होकर रोड पर ही बैठ गए, जिससे जाम की स्थिती उत्पन्न हो गई. वहीं कुछ बीजेपी के कार्यकर्ता सोनुआ में भी रोड पर बैठकर जाम कर दिया. लगभग 2 घंटे के जाम के बाद प्रशासन ने गुरुचरण नायक से मिलने की अनुमति दे दी.
बाबूलाल ने हेमंत सरकार पर निकाली भड़ास
गुरुचरण नायक के सोनुआ स्थित आवास पर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मुलाकात की और हेमंत सरकार पर जमकर भड़ास निकाली. हेमंत सोरेन की सरकार को माओवादियों की सरकार तक कह डाला. पूर्व सीएम बाबूलाल ने वर्तमान राज्य सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि सह सरकार शासन करने के लिए माओवादियों को लीज पर दे रखी है.
100 की संख्या में थे माओवादी-गुरुचरण नायक
नक्सली हमले में बाला-बाल बचे गुरूचरण नायक ने बताया कि कुछ लोग नशे की हालत में आपस में झगड़ते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गये थे. जब सुरक्षा गार्डों ने उन्हे रोका तब वह लोग सुरक्षाकर्मियों से भीड़ गये. 100 की संख्या में लोग वहां जमा हो गये और अपने को माओवादी बताकर दोनों सुरक्षाकर्मियों को वहां से कुछ ही दूरी पर ले जाकर उनकी हत्या कर दी. स्थानीय लोगों के सहयोग से मैं किसी तरङ वहां से बचकर निकल गया पर मेरे सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी गई.
रिपोर्ट- सुजीत दुबे
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