प्लांट लगने के दो साल बाद भी जनरेटर के लिए नहीं हुआ तेल का आवंटन
कोरोना की दूसरी लहर के बाद पीएम केयर्स फंड के जरिए लगाया गया था ऑक्सीजन प्लांट
मुंगेर : जब देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया और ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा तो केंद्र और राज्य सरकारों ने कई जरूरी कदम उठाए. युद्ध स्तर पर देश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. ऐसा इसलिए किया गया ताकि भविष्य में इस तरह के हालात का सामना न करना पड़े. ऐसा ही एक ऑक्सीजन प्लांट मुंगेर के सदर अस्पताल में लगाया गया.

पिछले पंद्रह दिनों से बंद है ऑक्सीजन प्लांट
पीएम केयर्स फंड की मदद से लगाए गए इस प्लांट की कैपेसिटी 1000 एलपीएम है. इसके चालू होने के बाद स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली. उन्हें इस बात का भरोसा हुआ कि आनेवाले दिनों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. परन्तु आज यहां हालात हैरान करने वाला है. अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट तो अपनी जगह पर है लेकिन पिछले पंद्रह दिनों से बंद पड़ा है. इसकी वजह यह है कि प्लांट का सेंसर खराब है.
दो साल बाद भी जनरेटर के लिए तेल का नहीं हुआ आवंटन
इसके अलावा बिजली कटने पर प्लांट को चालू रखने के लिए जो जनरेटर लगाया गया है उसे चलाने के लिए तेल के आवंटन की अबतक व्यवस्था नहीं की गई है. ऐसे में प्लांट के चालू होने के बाद भी तभी उत्पादन हो सकेगा जब बिजली रहेगी. पावर कट होने के बाद प्लांट को बंद रखना मजबूरी है. ऑक्सीजन प्लांट को लगे दो साल गुजर चुके हैं लेकिन इतने दिनों बाद भी जेनसेट के लिए तेल आवंटन की व्यवस्था नहीं की गई है.

विभाग को दे दी गई सूचना
इस मामले में सरकार और प्रशासन का रवैया हैरान करने वाला है. ऑक्सीजन प्लांट में कार्यरत टेक्नीशियन ने बताया कि मौजूदा हालात की सूचना विभाग को दे दी गई है और उम्मीद है कि खराबी को ठीक कर प्लांट को जल्द ही चालू कर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा कब होगा इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है.
रिपोर्ट: अमृतेश सिन्हा