PATNA: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 फरवरी को पटना पहुंचेंगे. उनका ये दौरा एक दिन का होगा. यहां वे ज्ञान भवन में किसान नेता सहजानंद सरस्वती की जयंती को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन बीजेपी के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर द्वारा किया जा रहा है.

स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती कार्यक्रम में होंगे शामिल
वैसे तो पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अमित शाह सिर्फ कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं लेकिन राजनीतिक हलकों में इस दौरे के गहरे सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. इस दौरे को सीधे-सीधे 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. स्वामी सहजानंद सरस्वती ब्रह्मर्षि समाज से आते हैं. और किसानों के लिए उन्होंने काफी काम किया है. ब्रह्मर्षि समाज के साथ-साथ बा्रह्मण समाज पर भी स्वामी सहजानंद सरस्वती का काफी प्रभाव है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के मंच से अमित शाह सवर्ण मतदाताओं को साधने की कोशिश करेंगे.
महागठबंधन सरकार बनने के बाद अमित शाह का ये तीसरा बिहार दौरा होगा
अमित शाह इससे पहले पिछले वर्ष 23 और 24 सितंबर को बिहार आये थे. तब उन्होंने सीमांचल के पूर्णिया और किशनगंज का दौरा किया था.
इसके बाद 12 अक्टूबर 2022 को जेपी की जयंती के मौके पर छपरा के उनके पैतृक गांव सिताबदियारा पहुंचे थे. पिछली दोनों यात्राओं के दौरान अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गठबंधन सरकार पर जोरदार हमला बोला था. तब इसे 2024 चुनाव के लिए शंखनाद माना गया था. अमित शाह का अगला दौरा
भी उसी की अगली कड़ी मानी जा रही है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती
कार्यक्रम के मंच से अमित शाह अपने मतदाताओं से भी रुबरु होंगे.
बिहार में भूमिहार बीजेपी के कोर वोटर माने जाते हैं
बिहार में भूमिहार बीजेपी के कोर वोटर माने जाते हैं,
लेकिन पिछले साल हुए बोचहां और मोकामा विधानसभा उपचुनाव
में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था तब इसकी
बड़ी वजह भूमिहार समाज के लोगों की बीजेपी से नाराजगी बताई गई थी.
लेकिन कुढ़नी उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत के बाद से
पार्टी कार्यकताओं का उत्साह काफी बढ़ा हुआ है.
अब 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी अपने कोर वोटर्स को एकजुट करने की कवायद में लग गई है.