Patna- अग्निवीर योजना को लेकर जदयू के द्वारा बार-बार सवाल खड़ा किये जाने पर संजय जयसवाल ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा है कि मुझे तो इस बात पर हंसी आती है कि विपक्षी दलों की तरह जदयू भी अग्निवीर योजना पर पुनर्विचार करने की मांग कर रही है.
संजयसवाल ने कहा कि जदयू के पास शिक्षा विभाग है, लेकिन जदयू का ध्यान बिहार में शिक्षा की खस्ताहालत पर नहीं है. जिन छात्रों को तीन वर्ष में स्नातक करना चाहिए था, उन्हे पांच-पांच वर्ष लग रहा है. 2019 के छात्र अब तक सेकेंड ईयर की परीक्षा दे रहें है.
लेकिन इस बयान को सामने आते ही जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सामने आये. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि बार-बार इस तरह का बयान देना ठीक नहीं है. कोई भी बयान देने से पहले गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए, यह गठबंधन की सरकार है. जब सरकार के काम काज की क्रेडिट दोनों दल लेते हैं तो जवाबदेही भी दोनों को लेना चाहिए. सरकार बेहतर काम करेगी तो इसका लाभ दोनों दलों को होगा. यदि कुछ गलत है तो उसकी जवाबदेही दोनों दलों की होगी.
जबकि पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार कहा कि जो लोग बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, वह यह बताएं कि विश्वविद्यालय का सर्वे सर्वा या कुलाधिपति कौन होता है, कुलाधिपति तो राज्यपाल होते हैं और उसकी नियुक्ति केंद्र सरकार के द्वारा की जाती है. क्या इस प्रकार कुलाधिपति की भूमिका पर सवाल खड़ा किया जा रहा है.
बता दें कि अग्निवीर योजना को लेकर बिहार में बबाल मचा है, जदयू के द्वारा लगातार इस योजना पर पुनर्विचार करनी की मांग की जा रही है. जबकि आन्दोलनरत छात्रों को राजद सहित दूसरे सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिलता दिख रहा है. .
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