डिजीटल डेस्क : Breaking – मोदी सरकार की किसानों को बड़ी सौगात, डिजिटल कृषि मिशन समेत लिए 7 फैसले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों के लिए 7 बड़े फैसले लिए हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2 हजार 817 करोड़ रुपये के डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी दी है।
साथ ही खाद्य, पोषण के फसल विज्ञान के लिए 3 हजार 979 करोड़ रुपये और टिकाऊ पशुधन स्वास्थ्य के लिए 1 हजार 702 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है।
अश्विनी वैष्णव बोले – मोदी सरकार का लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि सरकार गठन के अभी 100 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। पहले 85 दिनों के अंदर किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं।
इनसे किसानों की आय बढ़ेगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बताया कि सरकार ने कुछ अच्छे पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। इनमें हमें सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक के लिए जलवायु को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा के लिए किसानों को तैयार करने पर फोकस है। साथ ही दलहनी एवं तिलहनी फसलों के साथ ही वाणिज्यिक फसलों में सुधार पर फोकस है।
इसी क्रम में कीड़ों, रोगाणुओं, परागणकों आदि पर अनुसंधान पर भी जोर दिया गया है।
डिजिटल कृषि मिशन की विस्तृत जानकारी एकनजर में
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना की जाएगी। बागवानी के विकास के लिए 860 करोड़ रुपये और कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए 1 हजार 202 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दी गई है।
डिजिटल कृषि मिशन से किसानों कई सहूलियतें मिलनी वाली हैं। इसमें एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री फसल बोई रजिस्ट्री होगी।
कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली, भू स्थानिक डेटा, सूखा – बाढ़ निगरानी, मौसम-उपग्रह, डेटा भूजल-जल उपलब्धता डेटा, फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग होगी।
मृदा प्रोफाइल डिजीटल फसल अनुमान, डिजीटल उपज मॉडलिंग, फसल ऋण से जुड़े एआई, बिग जैसी आधुनिक तकनीकें इसमें समाहित हैं। डेटा खरीदारों से जुड़े मोबाइल पर अपडेट कृषि के लिए डीपीआई जो कि किसानों के जीवन में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी पर बल देता है।
मोबाइल पर जानकारी मिलने से किसानों के जिंदगी में बदलाव आएगा। खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए फसल विज्ञान अनुसंधान और शिक्षा पादप आनुवंशिक संसाधन प्रबंधन भोजन और चारे की फसल के लिए आनुवंशिक सुधार करने पर जोर रहेगा।