रांची: राजधानी के केतारी बगान घाट रोड में झारखंड पुलिस की सीआईडी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नौकरी और नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर सैकड़ों युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, “आरएचआई नेचर वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड” नामक कंपनी के बैनर तले युवाओं से 20,000 से 25,000 रुपये की वसूली कर फर्जी प्रशिक्षण और रोजगार देने का झांसा दिया जा रहा था।
सीआईडी को मिली शिकायतों के बाद इस गिरोह के खिलाफ छापेमारी की गई, जिसमें कंपनी के कई पदाधिकारी और जुड़े लोग हिरासत में लिए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह गिरोह पिछले कई वर्षों से झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से आए बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी, सरकारी प्रोजेक्ट और मार्केटिंग कार्य का लालच देकर ठगी कर रहा था।
कैसे करते थे ठगी?
शहर के नामकुम, चुटिया, पुंदाग और अरगोड़ा जैसे इलाकों में कैंप लगाकर युवाओं को कृषि, हेल्थ केयर, कॉस्मेटिक और अन्य उत्पादों की मार्केटिंग में रोजगार का आश्वासन दिया जाता था। इसके लिए पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती थी और फिर उन्हें किसी भी वैध रोजगार या वेतन के बिना प्रशिक्षण और प्रचार कार्य में लगाया जाता था।
500 से अधिक युवा ठगी के शिकार
इस नेटवर्क में करीब 500 युवक-युवतियों को शामिल किया गया था, जिनसे विभिन्न चरणों में पैसा लिया गया। सीआईडी ने नामकुम और चुटिया थानों की पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए गिरोह के कई सदस्यों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी
इस छापेमारी का नेतृत्व सीआईडी के डीएसपी और एएसपी स्तर के अधिकारियों ने किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उच्चाधिकारियों की टीम भी मौके पर मौजूद रही।
सीआईडी कर रही है गहराई से जांच
पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरे फर्जी नेटवर्क से कितने लोग जुड़े हुए हैं, अब तक कितने युवाओं से धन की वसूली की गई है और राज्य में इस गिरोह के अन्य ठिकाने कहां-कहां हैं।
Highlights