पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से 12 हजार 268 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत की कुल पांच हजार 471 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। ये योजनाएं संयुक्त रूप से ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं लघु जल संसाधन विभाग की है। कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा विभाग की तीन हजार 904 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से चार ग्रिड उपकेन्द्रों का उद्घाटन एवं मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबद्ध योजना-2 का कार्यारंभ किया गया।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग की 603 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, सुपौल के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग की छह हजार 559 करोड़ 17 लाख रुपए की लागत से कुल तीन हजार 957 पथों एवं 344 पुलों का शिलान्यास किया गया। साथ ही लघु जल संसाधन विभाग की कुल एक हजार 201 करोड़ 48 लाख रुपए की लागत से एक हजार 101 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऊर्जा, स्वास्थ्य, ग्रामीण पथों एवं सिंचाई के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं। हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। राज्य के किसानों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। राज्य के किसी भी कोने से अधिकतम पांच घंटे की अवधि में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। सबके लिए स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता, टोलों एवं गांवों को बारहमासी सड़क संपर्कता तथा हर खेत तक सिंचाई का पानी एवं जल संचयन के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है।
कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने उद्घाटन एवं कार्यारंभ की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। ऊर्जा विभाग की कुल एक हजार 818 करोड़ रुपए की लागत से चार ग्रिड उपकेन्द्रों यथा- मीठापुर (पटना), दीघा (पटना), भोरे (गया) और पलासी (अररिया) उपकेन्द्रों एवं 242 सर्किट किलोमीटर संचरण लाईनों का उद्घाटन किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबद्ध योजना-2 के अन्तर्गत चार लाख 80 हजार किसानों को दो हजार 86 करोड़ रुपए की लागत से निःशुल्क कृषि विद्युत कनेक्शन देने की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने शिलान्यास की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत ‘मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क’ योजना के तहत कुल दो हजार 866 करोड़ रुपए की लागत से दो हजार 584 पथों एवं पांच पुलों का शिलान्यास किया गया। इनमें पथों की लम्बाई दो हजार 444 किलोमीटर और पुलों की लम्बाई 148 मीटर है। साथ ही ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम’ के अन्तर्गत कुल 992 करोड़ रुपए की लागत से 937 पथों जिसकी कुल लम्बाई एक हजार 638 किलोमीटर है का भी शिलान्यास किया गया।
आज के कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन’ योजना अन्तर्गत कुल एक हजार 242 करोड़ रुपए की लागत से 350 पथों का शिलान्यास किया गया जिसकी कुल लम्बाई एक हजार 171 किलोमीटर है। इसके अलावा राज्य योजना अन्तर्गत कुल एक हजार 458 करोड़ रुपए की लागत से 86 पथों एवं 339 पुलों का भी शिलान्यास किया गया। इसमें पथों की लम्बाई 61 किलोमीटर तथा पुलों की लम्बाई 13 हजार 995 मीटर है। इन कार्यों के पूर्ण होने पर राज्य के किसी भी कोने से अधिकतम पांच घंटे की अवधि में राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी।
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कार्यारंभ की जा रही योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सुपौल जिला के पिपरा अंचल अंतर्गत लगभग 26 एकड़ भूखंड पर 603.68 करोड़ रुपए की लागत की लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, सुपौल के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। निर्माण कार्य के पूर्ण होने के पश्चात् यहां प्रतिवर्ष 150 मेडिकल छात्र-छात्राओं का नामांकन हो सकेगा। चिकित्सा महाविद्यालय के साथ-साथ यह 630 बेड का अस्पताल भी होगा। यहां विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज हेतु आधुनिक चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस परिसर में प्राचार्य, अधीक्षक, चिकित्सक, छात्र-छात्राओं एवं नर्सों तथा कर्मियों हेतु आवासीय भवनों का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही मरीजों के परिजनों की सुविधा हेतु धर्मशाला का भी निर्माण किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने शिलान्यास एवं लोकार्पित की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी दी। आज लघु जल संसाधन विभाग की 479 करोड़ रुपए की लागत से 430 योजनाओं का लोकार्पण एवं 122 करोड़ रुपए की लागत से 671 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। इनमें आहर-पईन की 20 चेकडैम/वीयर की 22, उद्वह सिंचाई की 31, तालाबों के जीर्णोद्धार की 127 एवं गारलैण्ड ट्रेंच का 14 योजनाओं का लोकार्पण तथा आहर-पईन की 403, चेकडैम/वीयर की 91, उद्धह सिंचाई की 22, तालाबों के जीर्णोद्धार की 153 एवं गारलैण्ड ट्रेंच की दो योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
लघु जल संसाधन विभाग की लोकार्पित की जा रही योजनाओं के तहत “जल-जीवन-हरियाली अभियान” के अंतर्गत नालन्दा जिले के बिहारशरीफ प्रखण्ड में नेपुरा वेरौटी में सोयवा नदी पर 9 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत से वीयर का निर्माण कार्य किया गया। वहीं सात निश्चय-2 अंतर्गत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी निश्चय के तहत् गया जिले के डुमरिया प्रखंड में 15 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजबांध ओगी स्पिल-वे सिंचाई योजना का लोकार्पण किया गया। साथ ही ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ अंतर्गत जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड में नौ करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से मोरहर नदी पर मंझोस वीयर का निर्माण एवं एवं पईन का जीर्णोद्धार कार्य किया गया। वहीं ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ अंतर्गत दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड में तीन करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से असराहा वीयर-सह-स्लूईस गेट का निर्माण कार्य किया गया।
लघु जल संसाधन विभाग की शिलान्यास की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं के अंतर्गत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के तहत पश्चिमी चम्पारण जिले के लौरिया प्रखण्ड में 11 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से रामरेखा नदी पर सहुआटांड़ वीयर निर्माण एवं पईन का जीर्णोद्धार कार्य शामिल हैं। साथ ही ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड में चार करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से हदहदवा गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण कार्य तथा ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ अंतर्गत भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड में पांच करोड़ 44 लाख रुपए की लागत से नरगर पोखर का जीर्णोद्धार कार्य शामिल हैं। साथ ही सात निश्चय-2 के अंतर्गत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी कार्यक्रम के तहत भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड में दो करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से कमरगंज उद्वह सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार कार्य शामिल है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने हरित पौधा एवं ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री सह लघु जल संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा सह ग्रामीण कार्य मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार, लघु जल संसाधन विभाग की विशेष सचिव आशिमा जैन, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।
एसके राजीव की रिपोर्ट