रांची: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अब रेस हो चुकी है दरअसल इंडिया नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलाइंस की आने वाले दिनों में मुंबई में बैठक रखी गई है और कई मुद्दों को लेकर उस बैठक में चर्चाएं होंगी. लेकिन इस बैठक से पहले कांग्रेस ने अपने संगठन की स्थिति का जायजा लेना शुरू कर दिया है.
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के सभी सीनियर लीडर को तलब किया गया था.दरअसल 16 अगस्त को देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में बैठक रखी गई थी.
इस बैठक में झारखंड के 35 नेता मौजूद रहे. झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं और कांग्रेस उन सीटों पर कैसे प्रदर्शन करें उसको लेकर रणनीति बनाईं गई थी
वहीं पार्टी आलाकमान के साथ झारखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक से पहले नई दिल्ली की सभी 7 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी.
वहीं झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने दिल्ली में जानकारी देते हुए बाताया कि झारखंड में प्रस्तावित जनसंपर्क यात्रा को लेकर तैयारी प्रारंभ कर दी गई है.झारखंड के चार मंत्री जनसंपर्क की यात्रा करेंगे यात्रा के माध्यम से जन सरोकार के मुद्दे पर जन सुनवाई करेंगे ताकि आम जनता के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं की उम्मीद को पूरा किया जा सके.
इंडिया में शामिल सभी दलों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए झारखंड सरकार में बनी समन्वय समिति आने वाले समय में विशेष पहल करेगी.और इसके तहत सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कैसे राज्य के सभी 14 लोकसभा सीटों पर इंडिया की जीत सुनिश्चित की जाए क्योंकि इससे पहले से ही लगातार कई रणनीति को लेकर बनाई गई है.
इस बैठक में झारखंड के 35 नेता मौजूद थे जिसमे राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश राजेश ठाकुर, तीन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, प्रदीप बलमुचू और डॉ अजय कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सांसद गीता कोड़ा, कांग्रेस कोटे से हेमंत सोरेन सरकार में शामिल चारों मंत्री रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख शामिल थे. झारखंड प्रदेश कांग्रेस के चारों कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, गीता कोड़ा और बंधु तिर्की भी बैठक में शामिल थे. इनके साथ-साथ पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, विधायक प्रदीप यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी भी बैठक में शामिल थे.