दिल्ली ब्लास्ट के बाद LNJP अस्पताल में मास इमरजेंसी घोषित की गई। 20 घायल भर्ती, कई की हालत गंभीर। डॉक्टरों ने तेजी से इलाज शुरू किया और ब्लड बैंक सक्रिय किया गया।
Delhi Blast Update : दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए ब्लास्ट की घटना के बाद नजदीक स्थित लोकनायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल में अफरातफरी मच गई। धमाका होते ही इमरजेंसी में अचानक मृतक और घायल पहुंचने लगे। क्षत-विक्षत शवों और घायलों की गंभीर हालत देखकर डॉक्टर और स्टाफ स्तब्ध रह गए।
अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत मास इमरजेंसी घोषित कर दी। सभी वरिष्ठ डॉक्टर, नर्सें, रेजिडेंट डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट कर मौके पर बुलाया गया। अस्पताल घटनास्थल से महज 2.5 किलोमीटर की दूरी पर है। इस वजह से घायलों को तुरंत इलाज के लिए यहीं लाया गया।
Key Highlights
लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए ब्लास्ट के पीड़ित LNJP अस्पताल में लाए गए
मास इमरजेंसी घोषित, डॉक्टरों व स्टाफ को तुरंत अलर्ट किया गया
कई पीड़ित मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचे, शव क्षत-विक्षत
20 घायलों को भर्ती कराया गया, कई की हालत गंभीर
ब्लड बैंक नेटवर्क सक्रिय, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त ब्लड की व्यवस्था
बर्न, प्लास्टिक सर्जरी और अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर तुरंत ड्यूटी पर बुलाए गए
Delhi Blast Update: कई पीड़ित अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे
अस्पताल में पहुंचाए गए कुछ पीड़ितों की मौत पहले ही हो चुकी थी। कई शव क्षत-विक्षत स्थिति में थे। वहीं 20 घायलों को भर्ती कराया गया है। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने अलग-अलग विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को तुरंत बुला लिया। बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी टीम भी सक्रिय कर दी गई।
एक डॉक्टर ने बताया कि ब्लास्ट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि एक व्यक्ति को आवाज के झटके से ही हार्ट अटैक हो गया। एक अन्य मरीज का पैर कट गया। किसी की आंख और मस्तिष्क के हिस्से पर गंभीर चोट आई है। कई मरीज बुरी तरह झुलसे हुए हैं।
Delhi Blast Update: ब्लड बैंक नेटवर्क सक्रिय किया गया
ब्लास्ट की वजह से घायलों में तेज रक्तस्राव की स्थिति बनी। ऐसे मामलों में मरीज की जान बचाने के लिए तुरंत ब्लड चढ़ाने की जरूरत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए अस्पताल ने ब्लड बैंक नेटवर्क को सक्रिय कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, रेड क्रॉस सोसाइटी के ब्लड बैंक से O पाज़िटिव और O नेगेटिव ब्लड की मांग भी की गई थी, हालांकि बाद में स्थिति संभल गई और अतिरिक्त ब्लड की तुरंत जरूरत नहीं पड़ी। कुछ मरीजों को ब्लड चढ़ाया गया और डॉक्टर अतिरिक्त ब्लड स्टॉक तैयार रखने में जुटे हैं।
स्थिति पर अस्पताल प्रशासन की कड़ी निगरानी बनी हुई है। गंभीर मरीजों का इलाज जारी है और मेडिकल टीम लगातार अपडेट ले रही है।
Highlights

































