Ranchi- एक तरफ जहां पूरे झारखंड में जल, जंगल और जमीन के नाम के पर आन्दोलन होता रहता है. आम झारखंडी जल, जंगल और जमीन की हिफाजत के लिए सड़क पर उतर कर सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं. वहीं इसी झारखंड में वर्ष 2016 से 2019 के बीच के पांच वर्षों में तालाबों के जीर्णोद्धार के नाम पर एक हजार करोड़ की राशि डकार ली गई. सामाजिक कार्यकर्ता जेना टुडू ने इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पूरे मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने की मांग की है.
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत में दायर याचिका पर सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले में महालेखाकार को प्रतिवादी बनाते हुए पूछा है कि इस मामले की विशेष ऑडिट कितने दिनों में पूरी की जा सकती है. अदालत ने मामले की सुनवाई 8 जुलाई को निर्धारित की है.
बता दें कि प्रार्थी जेना टुडू ने दावा किया है कि वह 2016 से 2019 तक राज्य में हुए तालाबों के जीर्णोद्धार में करीब एक हजार करोड रुपये का घोटाला किया गया है. प्रार्थी की ओर से इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने का आदेश देने की मांग की गयी है.
रिपोर्ट- प्रोजेश