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Thursday, April 25, 2024

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भाई दूज और चित्रगुप्त की पूजा आज, जानें शुभ समय और राहुकाल

रांची : भाई बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व भाई दूज आज मनाया जा रहा है. यह पर्व रक्षाबंधन के भी पहले से सनातनी संस्कृति का हिस्सा रहा है. स्कंद पुराण और ब्रह्मवैवर्त पुराण दोनों में ही इसकी महत्ता वर्णित है. वहीं धर्मराज के दरबार में पाप पुण्य का लेखा जोखा रखने वाले, धर्माधर्म का हिसाब किताब करने वाले भगवान चित्रगुप्त की भी पूजा आज हो रही है. कायस्थ समाज के लिए यह दिन भगवान चित्रगुप्त पूजा के रूप में विशिष्ट मान्यता रखता है.

12 बजकर 45 मिनट तक मना सकते हैं भाई दूज

बता दें कि कार्तिक शुक्ल द्वितीय तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से लेकर 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी. 12 बजकर 45 मिनट के बाद तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी. भाई दूज के दिन कुछ खास उपाय करने से आप भाई के जीवन में आने वाले सभी कष्टों को दूर कर सकती हैं.

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भाई दूज का ये है पौराणिक कहानी

भाई दूज के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर जाते हैं. उन्होंने यमुना को वरदान दिया था कि इस दिन जो भाई अपनी बहन के घर जाएगा, उसके यहां भोजन करेगा और तिलक लगवाएगा, उसे अकाल मृत्यु या यम का भय नहीं होगा. इस वजह से हर साल भाई दूज पर भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं और उनसे तिलक कराकर भोजन ग्रहण करते हैं. बहनें भाइयों की लंबी आयु और सुखी जीवन की प्रार्थना करती हैं.

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चित्रगुप्त, कलम, दवात और बहीखाता की पूजा करते हैं कायस्थ समाज

यम द्वितीया के अवसर पर यमराज की पूजा के अलावा चित्रगुप्त पूजा करते हैं. कायस्थ समाज के लोगों के लिए यह एक बड़ा दिन होता है. चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर चित्रगुप्त, कलम, दवात और बहीखाता की पूजा करते हैं. इस दिन लेखन से संबंधित कोई कार्य नहीं किया जाता हे. चित्रगुप्त सभी के अच्छे और बुरे कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के बाद जब आत्माएं यमलोक जाती हैं तो चित्रगुप्त ही उनके कर्मों का लेखा-जोखा बताते हैं.

भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की करें पूजा

आज गुरुवार का दिन है, भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की पूजा और व्रत के लिए है. उनकी कृपा से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, विवाह योग्य लोगों के विवाह का योग बनता है. कुंडली में गुरु ग्रह प्रबल होता है. आज विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम और विष्णु मंत्रों का जाप करना लाभदायक होता है.

जानें आज का शुभ मुहूर्त और ग्रहों की स्थिति

27 अक्टूबर 2022 का पंचांग

  • आज की तिथि – कार्तिक शुक्ल द्वितीया
  • आज का करण – कौलव
  • आज का नक्षत्र – विशाखा
  • आज का योग – आयुष्यमान
  • आज का पक्ष – शुक्ल
  • आज का वार – गुरुवार

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

  • सूर्योदय – 06:41:00 AM
  • सूर्यास्त – 06:05:00 PM
  • चन्द्रोदय – 08:16:00
  • चन्द्रास्त – 19:02:00
  • चन्द्र राशि– तुला

हिन्दू मास एवं वर्ष

  • शक सम्वत – 1944 शुभकृत
  • विक्रम सम्वत – 2079
  • काली सम्वत – 5123
  • दिन काल – 11:11:17
  • मास अमांत – आश्विन
  • मास पूर्णिमांत – कार्तिक
  • शुभ समय – 11:42:28 से 12:27:14 तक

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