विश्व आदिवासी दिवस पर राज्य भर में परिसंपतियों का वितरण

रांचीः आज विश्व आदिवासी दिवस है। आज देश भर में आदिवासी समाज के लोग अपने वजूद का एहसास कराने को लेकर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन कर रहे है। इस अवसर पर रांची समेत पूरे प्रदेश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। हेमंत सोरेन की सरकार आने के बाद पहली बार विश्व आदिवासी दिवस पर सरकारी छुट्टी की घोषणा की गई है। यह पहला मौका है जब आदिवासी समाज को सामने रखकर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

इस अवसर पर राजधानी रांची में बिरसा किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में 62,646 किसानों के बीच पशुधन का वितरण, देश में सातवां स्थान पाने पर हजारीबाग बाजार समिति को मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कृत और सब्जी बिक्रेता सहकारी संघ को भेंट स्वरूप 50 वैन दिया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाला 25 साल किसानों के लिए सुरक्षित रहे, हमें इसके लिए काम करना है। झारखंड के किसान अब से बिरसा किसान के नाम से जाने जायेंगे। आज हालात यह है कि हमारा किसान महंगे सिल्क, लाह का उत्पादन करता है। लेकिन इसका उपयोग कोई और करता है, हमें इस हालात को बदलना है।

जमशेदपुर में भी विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का आयोजन किया। मानगो डिमना चौक स्थित बाबा तिलका मांझी चौक से यात्रा शुरु होकर नारगा डालापानी तक गयी। लगभग 35 किलोमीटर की इस यात्रा में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और विश्व आदिवासी दिवस मनाने के पीछे के उद्देश्यों की जानकारी दी गयी।

धनबाद-विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर धनबाद में भी किसान क्रेडिट कार्ड वितरण एवं पशुधन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक राज सिन्हा, उपायुक्त संदीप कुमार सिंह समेत जिले के तमाम पदाधिकारी और भारी संख्या में लोग मौजूद रहें।

मौके पर उपायुक्त, धनबाद ने बताया कि धनबाद जिला मुख्यालय के अलावा सभी प्रखंडों में आदिवासी दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जहां लोगों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया जा रहा है।

गिरिडीहः विश्व आदिवासी दिवस पर सोमवार को शहर के नगर भवन में जिले भर से आये लाभुकों के बीच परिसंपतियों का वितरण किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से ग्रामीणों के बीच कृषि उपकरण उपलब्ध कराएं जा रहे है।

जनजातीय महोत्सव- 2022 आदिवासी समुदाय के जले पर नमक छिड़कना-सालखन मुर्मू

Share with family and friends:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one + three =