आदित्यपुर में एंट्री ड्रग्स कैंपेन सेमिनार का हुआ आयोजन
सरायकेला : कोल्हान में अब ड्रग्स कारोबार खत्म होगा. इसके लिए प्रशासन ने रणनीति बना ली है.
जिले के आदित्यपुर के ऑटो क्लस्टर सभागार में ड्रग्स के विरुद्ध एसओपी की ड्राफ्टिंग के लिए
एक दिवसीय सेमिनार आयोजित हुई. जिसमें कोल्हान के तीनों जिले के पुलिस और
प्रशासनिक अधिकारी, ड्रग्स एसोसिएशन और स्वयंसेवी संगठनों के लोग शामिल हुए.
कोल्हान कमिश्नर मनोज कुमार सहित कई पदाधिकारी सेमिनार में हुए शामिल
सेमिनार में कोल्हान कमिश्नर मनोज कुमार, डीसी सरायकेला अरवा राजकमल,
डीसी चाईबासा अनन्य मित्तल, एसपी सरायकेला आनंद प्रकाश, एसपी चाईबासा आशुतोष शेखर,
एसएसपी पूर्वी सिंहभूम प्रभात कुमार के अलावा जिलेभर के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.
ड्रग्स कारोबार: ड्रग पैडलर के विरुद्ध होगी कठोर कार्रवाई- कमिश्नर मनोज कुमार
सेमिनार को संबोधित करते हुए कमिश्नर मनोज कुमार ने कहा कि आज जो बातें
सेमिनार के माध्यम से छनकर आई है उसको लेकर एक एसओपी बनाने में मदद ली जाएगी.
मैं खुद इससे आहत हूं, आनेवाला भारत का भविष्य कैसा होगा?
हमें ड्रग पैडलर के विरुद्ध कठोर प्रावधान करने की जरुरत है.
क्योंकि इस समाज में हमारे भी बच्चे रहते हैं. इसलिए आज इस सेमिनार के आयोजन करने की जरुरत पड़ी है.
ड्रग्स कारोबार: डीसी अनन्य मित्तल ने कही बड़ी बातें
चाईबासा डीसी अनन्य मित्तल ने कहा कि ड्रग्स के आदी इसे छोड़ने में नाकामयाब हो रहे हैं.
एजुकेशन डिपार्टमेंट का भी इसमें अहम रोल है. आज स्कूल से मोरल साइंस गायब हो चुका है. हम इस पर बहुत हद तक बच्चों और अभिभावकों को जागरूक कर ही इस पर नियंत्रण कर सकते हैं. क्लास 8 से कॉलेज स्तर तक नियंत्रण करें. डीआईजी कोल्हान अजय लिंडा ने कहा कि आज जो सेमिनार का उद्देश्य है वह पूरे प्रमंडल को एंटी ड्रग्स के लिए एसओपी बनाना. इसलिए सभी पदाधिकारियों के विचार रिकॉर्ड कर रहे हैं. अवेयरनेस करें तो कहां करें? यह सुनिश्चित करना होगा.
ड्रग्स कारोबार: एसओपी बनाने का लिया गया निर्णय
कार्यक्रम का शुभारंभ डीसी सरायकेला ने किया. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले कमिश्नर साहब ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कई समस्याओं पर चर्चा की थी, जिसमें मुख्य समस्या ब्राउन शुगर के बढ़ते प्रभाव पर एसओपी बनाने का निर्णय लिया गया. इसी के तहत आज सेमिनार आयोजित की गई है. पहले पंजाब में यह समस्या थी. सप्लाई पर रोक बहुत जरूरी है. डिमांड पर भी नियंत्रित जरूरी है. आज के सेमिनार में एसओपी के साथ एक सब कमेटी भी बनेगी. जरुरत पड़ी तो राज्य स्तर पर भी पहल करेंगे. स्कूल, कॉलेज को टारगेट करेंगे. ट्रीटमेंट एंड रिहैबिलिटेशन पर कार्य करना है. उन्होंने कहा कि गम्हरिया सीएचसी को रिहैबिलिटेशन का केंद्र बनाने का प्रस्ताव है. रीइंटरीगेशन पर भी ध्यान देने का प्रस्ताव एसओपी में रखा गया है.
रिपोर्ट: लाला जब़ी