Bokaro: जिले के बेरमो प्रखंड से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां जंगली हाथियों के हमले में दो दोस्तों की मौत हो गई। यह हादसा रविवार रात (10 नवंबर 2025) को जगेश्वर बिहार थाना क्षेत्र के कुंदा पंचायत के तिलैया गांव में हुआ। मृतकों की पहचान प्रकाश महतो (32 वर्ष) और चरकु महतो (37 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों दोस्त न केवल बचपन से एक-दूसरे के साथ रहे, बल्कि उनकी शादी भी एक ही दिन — 21 अप्रैल 2019 को हुई थी। और अब, विडंबना यह रही कि दोनों की मौत भी एक ही दिन हुई।
होटल के पास हाथियों ने किया हमला:
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार की रात करीब 8:30 बजे प्रकाश महतो, चरकु महतो और उनके साथ सात-आठ अन्य लोग जगेश्वर बिहार रेलवे क्रॉसिंग अंडरपास के पास स्थित एक होटल में खड़े थे। तभी अचानक जंगली हाथियों का झुंड वहां आ पहुंचा और लोगों पर हमला कर दिया। सभी लोग जान बचाने के लिए भागने लगे, लेकिन इस अफरातफरी में प्रकाश और चरकु हाथियों के घेरे में फंस गए। हाथियों ने उन्हें पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया। मौके पर ही दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
वन विभाग की लापरवाही पर ग्रामीणों का गुस्सा:
घटना की सूचना मिलते ही जगेश्वर बिहार थाना पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की तैयारी की। ग्रामीणों ने वन विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हाथियों से सुरक्षा के लिए मांगे गए पटाखे, मशाल और डीजल किट समय पर नहीं दिए जाते हैं, जिससे ग्रामीण असुरक्षित महसूस करते हैं। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि वन विभाग ने समय पर सतर्कता बरती होती तो यह घटना टाली जा सकती थी।
वन विभाग ने दी राहत राशि:
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तत्काल राहत के तौर पर पीड़ित परिवारों को ₹25,000 की सहायता दी गई है। साथ ही सरकारी प्रावधान के अनुसार प्रत्येक परिवार को ₹4 लाख मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि हाथियों के झुंड से सुरक्षा की ठोस व्यवस्था नहीं की गई, तो वे आंदोलन का सहारा लेंगे।
रिपोर्टः मनोज कुमार
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