Ranchi– नैतिकता का आधार पर इस्तीफा-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के द्वारा नोटिस जारी करने के बाद भाजपा हमलावर है, राज्य सभा सांसद और भाजपा नेता संजय सेठ ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नैतिकता का आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यह भारतीय राजनैतिक इतिहास में पहली घटना है, जब किसी मुख्यमंत्री को किसी एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. भ्रष्टाचार के इतने बड़े मामले में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाना, लोकतांत्रिक इतिहास की काली घटना है. मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए.
नैतिकता का आधार पर इस्तीफा की मांग
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के आसपास के लोग भ्रष्टाचार के आरोप में या तो जेल में बंद हैं, या जांच एजेंसी के समक्ष हाजिर हो रहे हैं. राज्य में जहां-जहां भी ईडी ने छापेमारी की है, वहां से कुछ न कुछ बरामद हुआ है. मतलब साफ है कि राज्य में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है. मधु कोड़ा के शासनकाल से भी बड़ा घोटाला और भ्रष्टाचार झामुमो के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में हुआ है.
भ्रष्टाचार में फंसता देख मुख्यमंत्री को आती है विधान सभा सत्र की याद
इस बीच भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि
मुख्यमंत्री जब-जब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर फंसते दिखते हैं तो
उन्हें ध्यान भटकाने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने की याद आ जाती है.
इससे पहले भी 5 सितंबर को उन्होंने सत्र बुलाया था. भाजपा पिछड़ों
और आदिवासी मूलवासी के लिए गए हर विधि सम्मत निर्णय के साथ है.
लेकिन मुख्यमंत्री अपने ऊपर भ्रष्टाचार के मामले से ध्यान
भटकाने के लिए गैर विधि सम्मत निर्णय लेते रहे है.
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