आधुनिक जीवन शैली की तेज रफ्तार और भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का विषय बहुत पीछे रह गया है। नतीजा यह है कि युवावस्था में ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल, मोटापा, गठिया, थायरॉइड जैसे रोगों से पीड़ित होने लगे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है खान पान और रहन सहन की गलत आदतें।
आइए कुछ नियमों का पालन करके खुद भी स्वस्थ रहे और परिवार को भी स्वस्थ रखते हुए अन्य लोगों को भी अच्छे स्वास्थय के लिए जागरूक करें
संतुलित हो आहार – खाने में हरी सब्जियां, मौसमी फल, दूध, दही, छाछ, अंकुरित अनाज और सलाद को शामिल करना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। बादाम, किशमिश, अंजीर, अखरोट आदि मेवा सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं इनका सेवन अवश्य करें। पानी एवं लिक्विड फलों का ताजा जूस, नींबू पानी, नारियल पानी का खूब सेवन करें,इनसे शरीर में पानी की कमी नहीं हो पाती। शरीर की त्वचा एवं चेहरे पर चमक आती है।
व्यायाम का करें नियमित अभ्यास – सूर्योदय से पहले उठकर पार्क जाएं, हरी घास पर नंगे पैर घूमें, दौड़ लगाएं, वाक करें, योगा, प्राणायाम करें। इन उपायों से शरीर से पसीना निकलता है, माँसपेशियों को ताकत मिलती है, शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है, अनेक शारीरिक एवं मानसिक रोगों से बचाव होता है, भूख अच्छी लगती है इसलिए नियमित रूप से व्यायाम अवश्य करें।
गहरी नींद भी है जरुरी – शरीर एवं मन को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन लगभग 7 घंटे की गहरी नींद एक वयस्क के लिए जरुरी है। लगातार नींद पूरी ना होना तथा बार बार नींद खुलना,अनेक बीमारियों का कारण बनता है।
टेंशन को कहें बाय बाय – रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली समस्यों के लिए चिंतन करना सही नहीं है। लगातार अनावश्यक चिंता जीते जी शरीर को जला देती है इसलिए तनाव में नहीं रहें।
नशे से बच के रहें – यूवा पीढ़ी के लिए कोई सबसे खतरनाक बीमारी हैं नशे के जाल में फंसना, शराब, धूम्रपान, तम्बाकू ये सब सेहत के दुश्मन हैं। किसी भी स्थिति में नशे की लत से बचें।