धनबाद. इंटरनल स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच) 2024 का आयोजन हाल ही में संस्थान के केंद्रीय पुस्तकालय में आईआईटी (आईएसएम) के इनोवेशन हब, नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनवीसीटीआई) द्वारा किया गया, जिसमें 260 से अधिक छात्रों की भागीदारी हुई। इस प्रतिष्ठित आयोजन में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों श्रेणियों में वास्तविक दुनिया की औद्योगिक समस्याओं से निपटने के लिए Innovating brains की टीमें एक साथ आईं।
इंटरनल स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का आयोजन
हैकथॉन के दौरान, छात्रों ने विभिन्न उद्योगों द्वारा प्रदान किए गए Problem Statement की एक series में Innovating solutions develop करने के लिए अथक प्रयास किया। एसआईएच 2024 के लिए सिंगल प्वाइंट ऑफ़ कांटेक्ट प्रोफेसर सौरभ श्रीवास्तव ने कहा, ” प्रतिभागियों के विचार और प्रोटोटाइप अगली पीढ़ी के इंजीनियरों और नवप्रवर्तकों की प्रतिभा, समर्पण और रचनात्मकता को दर्शाते हैं। इस आंतरिक कार्यक्रम की विजेता टीमों को राष्ट्रीय स्तर के स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2024 में आईआईटी (आईएसएम) धनबाद का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामांकित किया जाएगा, जहां वे देश भर के best minds के साथ compete करेंगे।”
प्रोफेसर आलोक कुमार दास, डीन, इनोवेशन, इनक्यूबेशन और एंटरप्रेन्योरशिप (आईआईई), आईआईटी (आईएसएम), ने कहा, “इंटरनल एसआईएच 2024 प्रौद्योगिकी और रचनात्मक समस्या-समाधान के माध्यम से नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने, छात्रों को समाज में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।”
एसआईएच एक प्रमुख राष्ट्रव्यापी पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों के बीच नवाचार और व्यावहारिक समस्या-समाधान की संस्कृति को बढ़ावा देना है। यह आयोजन छात्रों को उद्योगों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए रचनात्मक समाधान विकसित करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है, जिससे अकादमिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाट दिया जाता है। प्रतिभागियों को न केवल गंभीर और नवीन रूप से सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, बल्कि उद्योग विशेषज्ञों, सरकारी निकायों और अन्य हितधारकों के साथ सहयोग भी किया जाता है, जिससे एसआईएच शिक्षा, उद्योग और सरकार का एक अनूठा अभिसरण बन जाता है।
धनबाद से राजकुमार जायसवाल की रिपोर्ट