धनबाद. एसएनएमएमसीएच में स्वास्थ्य कर्मीयों ने हड़ताल शुरु कर दी है. अस्पलात में कार्यरत 136 स्वास्थ्य कर्मियों की छटनी का विरोध कर रहे है. स्वास्थ्य कर्मी छटनी के फैसले से सहमत नहीं है. स्वास्थ्य सचिव के आदेश पर फ्रंटलाइन आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की छटनी की गई. इसी फैसले को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों नाराजगी है. स्वास्थ्य कर्मियों ने छटनी प्रक्रिया को रद्द करने की मांग की है. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल होने की वजह से इलाज के लिए पहुंचनेवाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य कर्मियों ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के मुख्य द्वार पर एकत्रित होकर स्वास्थ्य सचिव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसमें ड्रेसर, वार्ड बॉय, कंप्यूटर ऑपरेटर,प्यून, ओटी असिस्टेंट, पैथोलोजिस्ट, रेडियोलॉजी असिस्टेंट समेत तमाम स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं.
वहीं आंदोलन कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि संस्थान में कई ऐसे कर्मचारी हैं, जो पिछले 8-9 साल से इस सेवा दे रहे हैं. आउटसोर्सिंग कंपनी बदलती रहती है लेकिन वह लगातार अपनी सेवाएं देते देते आ रहे हैं. उनका पूरा परिवार महज 8 से 10 हजार में काम करके गुजारा करता है. उसी में बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी शामिल है.
अचानक काम से हटा दिए जाने पर उनके सामने भूखे मरने की नौबत उत्पन्न हो जाएगी. साथ ही बच्चों की पढ़ाई भी ठप हो जाएगी. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों ने मांग की है कि सरकार छटनी के आदेश को वापस लिया जाए. आदेश वापस नहीं लिए जाने पर सभी आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों का आंदोलन जारी रहेगा. स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि आंदोलन जारी रहने पर मरीजों को परेशानी होगी, जिसका जिम्मेदार सरकार और अस्पताल प्रबंधन होगा.