Palamu-पुलिस ने रेड़मा में काफिला मोटर के सेल्स मैनेजर अंजनी सिन्हा मर्डर मामले का खुलासा कर दिया है. इस मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है. पुलिस के अनुसार गढ़वा के एक बड़े आपराधिक गिरोह को 2.10 लाख रुपये की सुपारी देकर सेल्स मैनेजर की हत्या करवायी गई थी. एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने हत्या की वजह व्यवसायिक लेनदेन का विवाद को बतलाया है.
व्यवसायिक लेन देन में हुई थी हत्या
बता दें कि मृतक काफिला मोटर पार्ट्स कंपनी रांची का सेल्स मैनेजर था, जबकि आरोपी नई मोहल्ला निवासी अमजद हुसैन और गुड्डू काफिला कंपनी का होलसेलर था. दोनों के बीच करीबन 15 वर्षो से व्यवसायिक संबंध था. बाद में काफिला कंपनी दुकानदारों को अपने माल की सीधे आपूर्ति करने लगा. इससे नाराज होकर अमजद हुसैन ने करीब 1 साल पहले से ही काफिला मोटर पार्ट्स से माल लेना बंद कर दिया और साथ ही ₹155000 चेक का भुगतान भी रोक दिया. इसी पैसे को वापस करने के बहाने से काफिला मोटर के मैनेजर को बुला कर हत्या करवा दी गयी.
छोटू रंगसाज पर सौंपी गयी थी वारदात को अंजाम देने की जिम्मेवारी
हत्या कांड का अंजाम देने की जिम्मेवारी छोटू रंगसाज पर सौंपी गयी थी. डीएसपी सुरजीत कुमार ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस ने अपनी करवाई शुरू कर दी थी और 24 घंटे में एस.आई. टी का गठन कर अपराधी हिरासत में ले लिया. पकड़े अपराधी से पूछताछ से पता चला कि रंगबाज ने मैनेजर की हत्या करना के लिए ₹200000 की सुपारी की मांग की थी. गुड्डू का पूर्व परिचित जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी लगड़ा भी उसका साथ दे रहा था. योजना के अनुसार शनिवार को मैनेजर को फोन कर रांची से डालटनगंज बुलाया. जहां छोटू से अपना शूटर भेज कर उसकी पहचान करा देता है और ₹10000 भेज देता है.
इसके कुछ देर बाद ही अंजनी कुमार सिन्हा को गोली मार कर हत्या कर दी जाती है. इसकी पूरी प्लानिंग को पहले से ही पता था. इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को आरोपी बनाया है. बताया जा रहा है कि पूरे मामले को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेवारी जेके पर थी. वह पल-पल की खबर गुड्डू को दे रहा था. एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि 6 अपराधियों की पहचान हो गई है और अन्य की जांच जारी है.
रिपोर्ट- संदीप