रांची: थानों मे पेंडिंग केसेज लोगों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए है समय पर इन्साफ न मिलने से लोगों को काफी समस्या होती है, इसी को देखते हुए CPMS (कोर्ट प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम) की शुरुआत की गई है। इससे कोर्ट और पुलिस के बीच का समन्वय बेहतर होगा.
कोर्ट प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम से कोर्ट और पुलिस के बीच मैनुअल नहीं ऑनलाइन रूप से समन्वय स्थापित होगा। इसे लेकर CPMS एक कारगर हथियार के रूप मे कार्य करेगा।
अब तक थाने के कर्मचारी कोर्ट जाकर वारंट लाने का काम करते थे और फिर उसका तामील होता था. और फिर से उस तामील प्रतिवेदन को थाने के कर्मचारी कोर्ट जा कर जमा करते थे। इस प्रोसेस मे काफी समय लगता था. कोर्ट प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम मे समय की बचत होने के साथ मैन पावर भी काफी कम लगेगा.कोर्ट मे भी सिस्टम उपलब्ध कराया गया है तो इसके साथ ही उस सिस्टम के जरिए पूरी रिपोर्ट संबंधित थाने के CCTNS को मिल जाएगी उसके लिए किसी भी थाना कर्मी को कोर्ट जाने या फिर वारंट का प्रतिवेदन सौपने के लिए कोर्ट आने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। वर्तमान में करीब 10 हजार वारंट सिर्फ रांची जिले मे ही पेंडिंग है।
कोर्ट प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम की मॉनिटरिंग भी 05 स्तर पर की जा रही है ताकि वारंट की तामील मे किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। वॉरंट के जारी होने के साथ ही वो डाउनलोड हुआ कि नहीं इसका भी मॉनिटरिंग होगी डाउनलोड होने कितना दिन लगा इसे भी देखा जाएगा तो वहीं डाउनलोड होने के बाद ये प्रोसेस मे चला जाएगा। वही इसे लेकर समय सीमा का भी निर्धारण किया गया है। ऑनलाइन मेथड को भी सरल बनाया गया है। इसे लेकर CPMS मे कैसे कार्य करना है इसकी जानकारी भी दी जा रही है। बहरहाल वारंट का तामीला हुआ या नहीं इसकी मॉनिटरिंग एसएसपी ऑफिस से भी होगी जिस कारण अब प्रक्रिया पारदर्शी होगी और पेंडिंग वारंट की समस्या से भी निजात मिलेगी।