रांचीः झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के डायरेक्टर डॉ कामेश्वर प्रसाद ने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल उन्होंने 1 जून को इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा था कि राजनीतिक दबाव की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया. हालांकि बाइस्कोप से बातचीत के दौरान निदेशक ने खुलकर अपनी बातों को रखा.
ऑटोनॉमस कार्यप्रणाली का सरकार को अनुभव नहीं
डॅा कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से कोई मलाल नहीं है. रिम्स की व्यवस्था और सिस्टम में ऑटोनॉमी होनी चाहिए, लेकिन उस तरह की ऑटोनॉमी नहीं है. जिस कारण उस तरीके से कार्य नहीं हो पा रही है. ऑटोनॉमस की कार्यप्रणाली बिल्कुल अलग होती है, जिसका सरकार को अनुभव नहीं है.
प्राइवेट प्रैक्टिस से रोकने की इच्छा शक्ति सरकार में कम
डॅा कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि जितने सक्षम हम थे, यहां की परिस्थिति को बदलने में उतना कर दिया है. यदि आगे हम जिस तरह की सेवा देना चाहते थे, वैसा नहीं कर पाएं, तो सिर्फ समय काटते नहीं रह सकते. इसलिए इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. ताकि आगे जो भी आए वह सेवा दे सके. उन्होंने कहा कि सरकार में डॅाक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस से रोकने की इच्छा शक्ति कम लगती है. प्राइवेट प्रैक्टिस को रोकने की इच्छा शक्ति दृढ़ होती, तो व्यवस्थाओं में बदलाव किया जा सकता था. लेकिन इस दिशा में सरकार की ओर ते कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. ऐसे में रिम्स की व्यवस्थाओं को बदलना मेरे लिए संभव नहीं था.