रांची : झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी का विरोध वकीलों ने किया है.
झारखंड एडवोकेट एसोसिएशन ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें गिरफ्तारी की निंदा की गयी.
वहीं न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया है.
उनका कहना है कि जब तक राजीव कुमार को रिहा नहीं किया जाता है
तब तक सारे अधिवक्ता कार्य का बहिष्कार करेंगे. यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.
झारखंड हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस दायर
उधर राजीव कुमार के पिता ने झारखंड हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस दायर की है, जिसमें अदालत से राजीव कुमार को पेश करने का आग्रह किया है. याचिका में कहा गया है कि राजीव कुमार की गिरफ्तारी गलत तरीके से की गयी है. परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस परिजनों को गिरफ्तारी का कारण भी नहीं बता रही है. इस बीच झारखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि राजीव कुमार की गिरफ्तारी से झारखंड पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है.
कोलकाता में पुलिस ने राजीव कुमार को किया गिरफ्तार
बता दें कि अधिवक्ता राजीव कुमार को रविवार की रात कोलकाता के एम मॉल से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह खरीदारी कर रहे थे. बंगाल पुलिस ने 50 लाख की ठगी के आरोप में उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही है. इन पर केस मैनेज करने के नाम पर पैसे लेने का आरोप है. कल उन्हें कोलकाता के एक मॉल में देखा गया. इस सूचना पर कोलकाता पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर उन्हें पकड़ लिया गया. उनके पास से नकद राशि मिली थी. हालांकि कितनी राशि बरामद हुई थी इसकी पुष्टि कल नहीं की गयी थी.