Patna- प्रधानमंत्री को बहुरूपिया- जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के द्वारा प्रधानमंत्री को बहुरूपिया कहे जाने पर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है. अब इस मामले में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि भाजपा के द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए किन-किन अपशब्दों को प्रयोग नहीं किया जाता था, तब कहां गयी थी राजनीतिक मर्यादा.
प्रधानमंत्री को बहुरूपिया कहे जाने पर तेज हुई राजनीति
भक्त चरण दास ने कहा कि उन्हे तब क्या – क्या नहीं कहा गया था,
उस तुलना में तो प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के लिए बहुरूपिया शब्द का प्रयोग तो कुछ भी नहीं है.
यह तो वैसे भी समय समय पर रंग बदलते ही रहते हैं.
जब देखो अलग-अलग कपड़े पहन कर अलग-अलग जुमला छोड़ते रहते हैं.
यह सब जनता के साथ नाटक ही तो है.
फिर बहुरूपिया शब्द से आपत्ति क्यों?
आज भाजपा को इस शब्द से इतनी बेचैनी क्यों हो रही है.
यहां बतला दें कि इसके पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने
प्रधानमंत्री मोदी को बहुरुपिया बताया था,
जिसके बाद भाजपा के द्वारा इसका कड़ा प्रतिकार किया गया था,
जिसके बाद अब भक्त चरण दास की प्रतिक्रिया आयी है.
गोपालगंज में कांग्रेस राजद बेहतर स्थिति में थी
उपचुनाव को लेकर भक्त चरण दास ने यह स्वीकार कर लिया
कि गोपालगंज में हम मजबूत स्थिति में नहीं थें, यही कारण है कि
गोपालगंज सीट राजद को दिया गया, ताकि चुनाव जीता जा सके.
उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां वहां प्रचार में जायेगी,
साथ यह भी स्पष्ट किया कि पटना में
भारत जोड़े यात्रा अंतिम दौर में निकाली जायेगी.
और पटना में ही इसका सबसे बड़ा समागम होगा.
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