Dhanbad: जिले में इन दिनों बंदरों का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है। शहर के कई इलाकों में बंदरों के झुंड लोगों पर हमला कर रहे हैं। अब तक 56 से अधिक लोगों को बंदरों ने काट लिया है, जिससे पूरे शहर में दहशत का माहौल है। लोग वैक्सीन के लिए अस्पताल पहुंच रहे है।
मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन खत्म, लोग पहुंचे सदर अस्पतालः
घटना के बाद घायलों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SNMMCH) ले जाया गया, लेकिन वहां एंटी रेबीज वैक्सीन का स्टॉक खत्म पाया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग सदर अस्पताल की ओर पहुंचे, जहां फिलहाल सीमित मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है।
अस्पताल में लगी लंबी कतारेंः
सदर अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई पीड़ितों ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक लाइन में खड़ा रहना पड़ा। स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि स्टॉक बढ़ाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया गया है।
लोग डर के साये में, घरों से निकलने में सहमेः
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बंदरों की संख्या अचानक बढ़ गई है। वे न केवल घरों की छतों पर बल्कि बाजार, बस स्टैंड और अस्पताल परिसर तक में पहुंच जा रहे हैं। कई लोग सुबह-शाम टहलने या खरीदारी के दौरान घायल हुए हैं।
प्रशासन और वन विभाग पर उठे सवालः
शहरवासियों ने प्रशासन और वन विभाग पर बंदरों को पकड़ने में लापरवाही का आरोप लगाया है। स्थानीय निवासी संजय गुप्ता ने कहा कि हर दिन किसी न किसी को बंदर काट रहा है, लेकिन न तो वन विभाग सक्रिय है और न ही कोई अभियान चलाया जा रहा है।
वन विभाग की टीम सक्रियः
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बंदरों को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। जल्द ही शहर के मुख्य क्षेत्रों में अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ा जाएगा और जंगलों में छोड़ा जाएगा।
लोगों से सावधानी बरतने की अपीलः
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बंदरों से दूरी बनाए रखें, काटे जाने पर तुरंत एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं और संक्रमित घाव को साबुन-पानी से अच्छी तरह धोएं।
रिपोर्टः सोमनाथ
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