रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात माओवादी कमांडर नागेंद्र के साथ पूछताछ की है। एनआईए की रांची शाखा ने नागेंद्र को पांच दिनों की हिरासत पर लिया और उनसे सवाल किए है।
नागेंद्र, पलामू के पांकी के निवासी हैं, ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। इन घटनाओं में तीन अलग-अलग घटनाओं में 22 पुलिस जवान शहीद हो गए थे।
लातेहार पुलिस ने बीते छह जून को नागेंद्र को गिरफ्तार किया था। नागेंद्र उरांव माओवादियों के गुरिल्ला दस्ते का कमांडर रहे हैं और पिछले कई वर्षों से वह माओवादियों के मारक दस्ते में प्रमुख रूप में कार्यरत था ।
वर्ष 2013 में कटिया में एक माओवादी हमले में, जिसमें 12 पुलिस जवानों की मौके पर ही मौत हुई थी। नागेंद्र उस हमले में भी शामिल था। हमले के बाद, माओवादियों ने शहीद पुलिस जवानों के शरीर में आईडी फिट किया था।
इसके अलावा, वर्ष 2018 में माओवादी दस्ते ने खपरी महुआ में पुलिस की टीम पर हमला किया था, जिसमें 6 जवानों की शहादत हो गई थी। इस हमले में भी नागेंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
वर्ष 2019 में माओवादियों ने चंदवा थाना क्षेत्र में हमला किया था, जिसमें चार पुलिस जवानों की मौके पर ही मौत हुई थी। इस हमले में भी नागेंद्र मुख्य भूमिका निभाए था।