चतरा: चतरा जिले में वनरक्षी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में चतरा पुलिस ने वन विभाग के सीएफ ऑफिस में कार्यरत लिपिक अवधेश तिवारी को गिरफ्तार किया है। अवधेश तिवारी पर आरोप है कि उसने कथित आईएफएस अधिकारी शाकिब आलम के साथ मिलकर 17 युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर सात-सात लाख रुपये की ठगी की है। इस संबंध में सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर में नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
सदर थाना में दर्ज एफआईआर संख्या 286/24 के तहत तुलेश्वर राणा, जितेंद्र राणा, तपेश्वर राणा, रमेश राणा, भुनेश्वर राणा, सीता राम राणा, हीरा राणा, समुद्र यादव और गिरधारी यादव को भी आरोपित बनाया गया है। इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 420, 467, 468/34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अवधेश तिवारी गिरफ्तार, भेजा गया जेल
पुलिस ने बुधवार शाम को अवधेश तिवारी को वन परिसर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने वन विभाग में नौकरी दिलाने के बहाने युवकों से ठगी की और इसका मास्टरमाइंड कथित आईएफएस अधिकारी शाकिब आलम बताया जा रहा है।
पंकज कुमार ने दर्ज कराई थी शिकायत
इस ठगी का पर्दाफाश तब हुआ जब बिहार के सीवान जिले के हुसैनगंज निवासी पंकज कुमार नामक युवक ने एक सप्ताह पूर्व सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि नौकरी की लालच में उसने अवधेश तिवारी और शाकिब आलम को पैसे दिए, लेकिन जब कोई नौकरी नहीं मिली तो उसे ठगी का अहसास हुआ।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
इस ठगी मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने कहा कि इस रैकेट से जुड़े अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।