झारखण्ड विधानसभा में हंगामा- झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार की सुबह भी हंगामा जारी रहा.
सदन में लगातार हंगामा करने को लेकर स्पीकर ने बीजेपी के चार विधायकों को निलंबित कर दिया.
4 अगस्त तक के लिए उन्हें निलंबित किया गया है. ये विधायक हैं भानू प्रताप शाही, जेपी पटेल,
रणधीर सिंह और ढुल्लू महतो. सदन शुरू होने के साथ ही बीजेपी विधायकों ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया.
झारखण्ड विधानसभा में हंगामा :भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी विधायकों ने सीएम से मांगा जवाब
और वेल में आ गए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और
प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद के
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी विधायक सीएम से जवाब की मांग कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में भी विपक्षी सदस्यों के आचरण को जनता दे देखा है।
यह आचरण न तो सदन की गरिमा के लिए उचित है और न ही निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए. उन्होंने कहा कि वे पूर्व में भी कह चुके है, सदन की कार्यवाही को बाधित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि बीजेपी के विधायकों ने नारेबाजी जारी रखी. सदन की कार्यवाही जब फिर से शुरू हुई तो विपक्ष के विधायक फिर से वेल में पहुंच कर नारेबाजी करने लगे. विधायक राज सिन्हा रिपोर्टिंग टेबल पर जा चढ़े. विधायक अमर बाउरी और
मनीष जायसवाल को मार्शल की मदद से बाहर निकला गया. विधायकों के निलंबन का विरोध करते हुए पार्टी नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में आवाज़ उठाना गलत नहीं है. वहीं बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि वीडियो फुटेज देखा जाए. लोकतांत्रिक अधिकार के तहत हम अपनी बात रखते हैं, लेकिन निलंबन की ये प्रक्रिया सही नही है.बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने भी पार्टी के चार विधायकों के निलंबन पर सवाल उठाया है.
रिपोर्ट: मदन