Ranchi– घाघरा में अपोलो अस्पताल के निर्माण के लिए घरों को तोड़ो जाने पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए रांची उपायुक्त से कहा कि प्रचंड गर्मी में इन परिवारों को बेघर कर दिया गया. अब बारिश आने वाली है और पीड़ित परिवार सड़क पर रहने को मजबूर हैं. आखिर अब ये परिवार कहां जाऐंगे. इन परिवारों की जिम्मेवारी किस पर है.
अदालत ने मामले में बेहद सख्त रवैया अपनाते हुए कहा कि यह एक यह कल्याणकारी राज्य है और यह राज्य सरकार की जिम्मेवारी है कि वह तत्काल पीड़ितों को मुआवजा प्रदान करे.अदालत ने सभी मकान मालिकों को तत्काल ढाई-ढाई लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया. मुआवजे की यह राशि नगर विकास की ओर से दी जाएगी. मामले में अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी.
यहां बता दें कि अपोलो अस्पताल के निर्माण के लिए घर तोड़े जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था, लेकिन रांची नगर निगम की ओर से पिछले 11 अप्रैल को इन परिवारों का घर तोड़ दिया गया था. जिसके बाद मामले में सोनू पास्कल एक्का और सुरेश तिर्की की ओर से हाईकोर्ट में नगर निगम की कार्यवाही के खिलाफ याचिका दायर की गयी थी. प्रार्थी की ओर से मामले में इंसाफ की गुहार लगायी गयी थी.