मुंबई : भारतीय टीम को घरेलू धरती पर इससे पहले इस तरह की परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ा। शुक्रवार यानी एक नवंबर से शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में उसका लक्ष्य प्रतिष्ठा बचाना और न्यूजीलैंड को क्लीन स्वीप करने से रोकना होगा। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मैच में हार का सामना करना पड़ा और उसने पिछले 12 वर्षों में पहली बार घरेलू धरती पर सीरीज गंवाई। अब उसे अगले साल जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बने रहने के लिए वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। भारतीय टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही है। मैच सुबह साढ़े नौ बजे से खेला जाएगा।
WTC फाइनल पर भी नजरें
भारतीय टीम को अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के वर्तमान चक्र में छह टेस्ट मैच खेलने हैं और फाइनल में जगह बनाने के लिए उसे इनमें से कम से कम चार मैच में जीत दर्ज करनी होगी। पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजों को खेलने के कौशल की कलई खुल गई। यही वजह है की टीम ने तीसरे टेस्ट मैच के अभ्यास के लिए धीमी गति के 20 गेंदबाजों को बुलाया तथा वैकल्पिक अभ्यास सत्र रद्द कर दिया। भारतीय टीम ने बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अच्छी वापसी की थी लेकिन भारतीय बल्लेबाज पहले मैच में तेज गेंदबाजों जबकि दूसरे मैच में स्पिन गेंदबाजों के सामने नहीं चल पाए।
यह भी पढ़े : चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय क्रिकेट टीम, आईसीसी ने कहा तलाशना होगा विकल्प
यह भी देखें :