जमशेपूर: एमजीएम में रैंगिंग के मामले की जांच पुलिस करेगी। इस मामले में आरोपी पांच इंटर्न डॉक्टरों के खिलाफ सनहा दर्ज कराया जाएगा।
ताकि पुलिस की जांच में मामला स्पष्ट हो सके। जांच में दोषी साबित होने पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। शुक्रवार को एंटी रैगिंग कमेटी की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में एसडीओ पारुल सिंह, पटमदा डीएसपी वचनदेव कुजूर, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ केएन सिंह सहित 25 सदस्यीय टीम मौजूद थी।
कमेटी ने शिकायत पढ़ने के बाद आरोपी इंटर्न डॉक्टरों को बुलाकर पूछताछ की। इस दौरान चार डॉक्टरों ने घटनास्थल पर नहीं होने की बात कहीं। एक इंटर्न ने कहा- वह मौके पर मौजूद था, लेकिन घटना से संबंधित उसे कोई जानकारी नहीं है।
मालूम हो कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पांच इंटर्न डॉक्टरों पर आरोप है कि उनके द्वारा 29 जून को शराब के नशे में जूनियर को कपड़े उतारकर नाचने को कहा गया। साथ ही रात में अत्यधिक शराब पीकर अक्सर तेज आवाज में गाना बजाने और चिल्लाने, धमकी देने के साथ-साथ यौन उत्पीड़न और जबरन शराब पिलाने का आरोप है।
कुछ जूनियर स्टूडेंट्स का कहना है- आरोपियों के पास उनकी बैच की लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें हैं, जिसे एक-दूसरे के साथ साझा करते हैं।