रांची: दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है कि बीजेपी और आजसू के बीच सीट शेयरिंग की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। आजसू अध्यक्ष सुदेश मेतो ने बीजेपी के बड़े नेताओं से मिलने का कार्यक्रम तय किया है, जिसमें दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी।
जब भी चुनाव नजदीक आते हैं, सीट एलोकेशन का मुद्दा महत्वपूर्ण बन जाता है। वर्तमान में, एनडीए के भीतर आजसू और बीजेपी के बीच समझौता करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। दोनों दलों के बीच पिछले चुनाव में हुए मतभेद के कारण गठबंधन नहीं हो सका था, जिससे दोनों को नुकसान उठाना पड़ा था।
सूत्रों के अनुसार, आजसू 10 सीटों की मांग कर रहा है, जबकि बीजेपी कुछ कम सीटें देने की योजना बना रही है। हालांकि, बातचीत के दौरान दोनों पक्षों के बीच मतभेद समाप्त करने की कोशिश की जाएगी। आजसू और बीजेपी का उद्देश्य है कि एक-दूसरे के मजबूत क्षेत्रों पर चुनाव लड़ा जाए।
आजसू सुप्रीमो सुदेश मेतो का कहना है कि उनका लक्ष्य सभी 81 विधानसभा सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ना है। वहीं, बीजेपी की योजना है कि वे अधिकतम सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारें।
इस बीच, झारखंड में जेडीयू की एंट्री ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है, क्योंकि वे भी गठबंधन में शामिल होने के इच्छुक हैं।
अंत में, दोनों दलों को यह समझना होगा कि एक-दूसरे के बिना उनकी ताकत अधूरी है, और इसीलिए सीट शेयरिंग की प्रक्रिया को गंभीरता से लेना आवश्यक है। आने वाले दिनों में इस चर्चा से यह साफ होगा कि आजसू को कितनी सीटें मिलेंगी और बीजेपी किन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।