औरंगाबाद : समाज सुधार अभियान के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे.
मुख्यालय पहुंचते ही सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाहरणालय के समीप बने पूर्व मुख्यमंत्री
स्व. सत्येंद्र नारायण सिन्हा के प्रतिमा का अनावरण किया. वहीं बगल में बिहार विभूति स्व.
अनुग्रह नारायण सिन्हा के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि छोटे साहब एक महान नेता थे.
उनके द्वारा बताए गए मार्गो पर चलने की जरूरत हैं. साथ ही उन्होंने बिहार विभूति के जीवनी पर भी प्रकाश डाला.
उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकल गए,
जहां वो जीविका दीदी के साथ संवाद की और मगध प्रमंडल के छह जिले के अधिकारियों के साथ विकास के मुद्दे पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार अभियान में सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध अलख जगाने आई जीविका दीदियों ने
कार्यक्रम स्थल पर शराबबंदी एवं बाल विवाह उन्मूलन पर अपनी जबरदस्त प्रस्तुतियों से सभास्थल पर मौजूद लोगों के हृदय
को जागरूक किया. गया से आई जीविका दीदियों की टीम ने अभियान को सार्थक बनाने का प्रयास किया और लोगों से अपने
संगीतमय प्रस्तुति से बाल विवाह उन्मूलन एवं शराब को छोड़ने के प्रति आग्रह किया. इस दौरान जिला प्रभारी मंत्री जनक चमार,
उद्योग मंत्री,शाहनवाज हुसैन सहित कई मंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए.
पहले गया के गांधी मैदान में होना था कार्यक्रम
मुख्यमंत्री की सुरक्षा में मगध प्रक्षेत्र के साथ शाहाबाद रेंज के सभी आठ जिलों के पुलिस अधिकारी से लेकर
अन्य पुलिसकर्मियों को लगाया गया है. कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार हर जिले में शराबबंदी, दहेज प्रथा,
बाल विवाह को लेकर जागरुकता की बात करेंगे. बता दें कि पहले यह कार्यक्रम गया के गांधी मैदान में होना था.
तय कार्यक्रम के अनुसार सीएम के कार्यक्रम को लेकर गया में भी तैयारी की जा रही थी लेकिन अचानक कार्यक्रम
का स्थान बदलकर औरंगाबाद कर दिया गया. इसके पीछे कोरोना की बढ़ती संख्या वजह मानी जा रही है.
क्यों बिहार में पटना के बाद सबसे अधिक गया से ही कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं.
रिपोर्ट : दीनानाथ