22 वर्ष बाद भी बागडिगी हादसे को याद कर दहल जाता दिल, सलीम ने देखा था 29 खनिकों की मौत का मंजर
jharia: दो फरवरी का 2001 का दिन काला दिन बनकर आया था जब झरिया के बागडिगी कोलियरी खान दुर्घटना में 29 खनिकों की मौत हो गई थी. चारों ओर हाहाकर मच गया था जब खान में अचानक पानी भर जाने से 29 खनिकों की मौत हो गई थी. इस घटना को याद करके लोगों की आंखें आज भी नम हो जाती है.

शहीद स्मारक के पास बीसीसीएल अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि

श्रमिकों को उनकी बरसी पर शहीद स्मारक के पास बीसीसीएल के अधिकारियों, यूनियन नेताओं, शहीद के परिवार वालोंअ झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर दो मिनट का मौन रखा गया.
बीसीसीएल के सीएमडी सिमरन दत्ता, जीएमपी विद्युत शाहा, लोदना क्षेत्र के जीएम बीके सिन्हा, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक डीके भगत, रामअनुज प्रसाद, पीओ एके पांडेय, एम कुंडू, श्रमिक नेताओं व शहीद के परिवार वालों ने शहीद स्मारक पर फूल चढ़ाए. बागडिगी खान में पानी घुसने से दो अधिकारियों सहित 29 श्रमिक शहीद हो गए थे. शहीदों की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान और पाठ भी हुआ.
श्रमिकों की शहादत के कारण ही कंपनी उंचाई तक पहुंची : सिमरन दत्ता
22वीं बरसी के मौके पर कोयला कंपनी बीसीसीएल के सीएमडी सिमरन दत्ता ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ही दुखद घटना है. श्रमिकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. उनकी शहादत और मेहनत के कारण ही आज कंपनी ऊंचाई तक पहुंची है.
उन्होंने बागडिगी विस्थापन को लेकर कहा कि जेआरडीए द्वारा जो भी प्लान है उस प्लान के तहत विस्थापन किया जाएगा. बीसीसीएल अधिकारियों द्वारा बागडिगी के लोगों के बीच जो भी वार्ता हुई है. इस विषय में महाप्रबंधक से वार्ता करेंगे जो भी उचित हो उसके तहत विस्थापन किया जाएगा. इस मौके पर मजदूर संगठनों के नेता और कोयला मजदूर भी पहुंचे. उन्होंने भी खान हादसे में मारे गए अपने साथियों के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किए.
रिपोर्ट: सचिन