रांची: महापर्व छठ सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो गया। अधिकतर छठ घाटों पर लगभग 6:05 मिनट के आसपास छठ व्रती ने सूर्य देवत को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूरा किया।
अधिकतर घाटों पर छठ व्रती और उनके परिवार की काफी भीड़ थी। अलग-अलग घटों पर सरकार के अलग-अलग प्रतिनिधि भी पहुंचे थे। हटनिया तालाब पर महुआ माजी पहुंची थी उन्होंने सभी को छठ को की सुभवकामना दी और वहीं पर सरकार की योजनाओं के बारे में भी बात की।
काके डैम में संजय सेठ पहुंचे हुए थे,उन्हों ने भी सभी को छठ की शुभकामना दिया।
पहले, 19 नवंबर को, सूर्यास्त के समय, लोगों ने अपने छठ व्रत की शुरुआत की थी। राजधानी रांची में, छठ के इस उत्सव को लेकर विशेष उत्साह देखा गया।
प्रशासन ने भी सुरक्षा और मेडिकल टीम को समर्पित किया, ताकि सभी छठ घाटों के आसपास सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
रांची में, मुख्य रूप से धुर्वा डैम, बड़ा तालाब, हटनिया तालाब, कांके डेम, बनस तालाब, और शालीमार तालाब जैसे जलाशयों में छठ व्रती ने अर्घ्य दिया। छठ पूजा के स्थलों पर फल, दूध, और पूजा सामग्री का वितरण भी विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है।
4 दिनों तक चलने वाले लोक आस्था का महापर्व छठ का आज उदयमान सूर्य को अरग देने के साथ हुआ समापन
हजारीबाग: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर हजारीबाग के सभी छठ घाट में दृश्य बिल्कुल भक्तिमय दिख रहा है बताते चले की चार दिवसीय महापर्व का आज अंतिम दिन है और सुबह का अर्ध्य के लिए छठ व्रती और श्रद्धालु हजारीबाग के सभी छठ घाट में पहुंचे हुए हैं छठ महापर्व को लेकर लोगों के बीच श्रद्धा का भाव देखा जा रहा है । सुबह उदय्मान सूर्य को अरग के साथ ही आज इस महापर्व की समाप्ति हुई है। हजारीबाग के सभी घाटों पर छठ पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
महापर्व छठ का आज उदयमान सूर्य को अरग देने के साथ हुआ समापन
पाकुड़: चार दिन तक चलने वाली लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पाकुड़ में भी बड़े ही आस्था के साथ मनाई गई. नहाए खाए के साथ शुरू होकर आज उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया.
इसके साथ ही छठ व्रतीयों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास को तोड़ी.वही सत्य सनातन की ओर से छठ व्रतियों के लिए दूध, गंगाजल आदि की व्यवस्था की गई थी. साथ ही सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक एवं छठ घाटों मे पुलिस की तैनाती की गई थी.