रांची: वर्षा की कमी से रांची के जलाशयों में पानी भड़रण की समस्या उतपन्न हो गई है। रांची के तीन प्रमुख डैमों में अपेक्षित जल भंडारण में कमी है, जिससे शहर में पानी की आपूर्ति को लेकर कभी भी समस्या हो सकती है।
सबसे खतरनाक स्थिति रुक्का डैम में है, जो शहर के 90% से अधिक इलाकों को पानी पहुंचाता है। वर्तामान मे रूक्का डैम पिछले पांच सालों में इस समय की तुलना में सबसे कम जल भंडारण में है। गोंदा डैम भी जल की कमी का सामना कर रहा है। जल सप्लाई के मामने मे स्थिति चिंताजनक है।
राज्य मे मॉनसून की स्थिति पहले ही काफी खराब है जिसके कारण राज्य मे बारिश में कमी हुई। यदि यही स्थिति बनी रही तो आगामी गर्मी में जलसंकट की स्थिति बन सकती है। संभावना है कि जनवरी से ही जलसंकट की समस्या व्यपक रूप ले सकती है।
यही हाल झारखंड के अन्य जिलों में भी है,किसी भी जलाशय में जल भंडारण की स्थित अच्छी नहीं है। पूरे झारखंड में 31 अगस्त तक केवल 37% और रांची में 40% कम बारिश हुई है। इससे जल सप्लाई पर दबाव पड़ रहा है।
शहर के प्रमुख इलाकों में जैसे कि रुक्का, हटिया, बरियातू, एमईएस नामकुम, एमईएस दीपा टोली, लोवाडीह, कांटा टोली, बहु बाजार, चर्च रोड, स्टेशन रोड, सिरम टोली, रातू रोड, पिस्का मोड़, हरमू चापू टोली, डीबड़ीह, पुदांग, अशोक नगर, हरमू, मधुकम, किशोर गंज, लालपुर, करम टोली मोरहाबादी, पहाड़ी मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति में कमी देखी जा रही है। रुक्का डैम से पूरे गर्मी के लिए कम से कम 31 दिसंबर तक 25 फीट पानी का भंडारण होना आवश्यक है।
हटिया डैम से प्रतिदिन 12 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है, लेकिन इसके बावजूद धुर्वा, हटिया, बिरसा चौक, एचईसी आवासीय परिसर, हवाई नगर, शुक्ला कॉलोनी, डोरंडा, हीनू और आसपास के इलाकों में जल की कमी महसूस हो रही है।