UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर निकल के सामने आई है. बताया जा रहा है कि लखनऊ नगर निगम में एक बार फिर से बांग्लादेशी और रोहिंग्या सफाईकर्मी काम कर रहे हैं. इस बात की जानकारी मिलने के बाद से नगर निगम प्रशासन एक्शन में आ गई है. बताया जा रहा है कि जानकारी मिलने के बाद से एक्शन में आई निगम की टीम ने सभी जोनल सेनेटरी अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए के अंदर कार्यदायी संस्थाओं के सभी सफाई कर्मियों का पुलिस सत्यापन कराने का आदेश दिया है.
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि निगम के ठेकेदार कम मूल्यों में काम करने के लिए सस्ते लेबर के तौर पर उनकी बहाली निगम में करवाते हैं. इस मुद्दे को लेकर स्थानीय सफाई कर्मी संगठनों ने भी कई बार शिकायतें दर्ज कराई थी. खबर यह भी सामने आ रही है कि मेयर सुषमा खर्कवाल खुद इस अभियान की कमान संभालेगी.
UP News – आउट सोर्स कम्पनियों के जरिए उठवाया जा रहा है कूड़ा
आपकी जानकारी के लिए बता दें, राजधानी में कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम ने प्राइवेट कम्पनियों को हायर किया है. प्राइवेट कम्पनियों को काम देने के बाद से हजारों कर्मचारी अलग-अलग इलाकों से कूड़ा उठाने का काम कर रहे हैं. वहीं नगर निगम को दी गई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्राइवेट कंपनियों के लिए काम कर रहे आधे से अधिक कर्मचारी बांग्लादेशी रोहिंग्या है. वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें रिपोर्ट मिलने के बाद से हमारी टीम एक्शन में आई है.
हमने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी सफाई कर्मियों का पुलिस सत्यापन कराया जाए. इसके अलावा जो भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या हैं उन्हें तत्काल हटाया जाए. साथ ही जो भी कंपनियों बांग्लादेशी रोहिंग्या को काम के लिए हायर कर रही है. उन सभी कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड करें.
मेयर सुषमा खर्कवाल संभालेगी अभियान की कमान
मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान की कमान लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल संभाल रही है. इस मुद्दे को लेकर मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि हमें पहले भी इस तरह की शिकायतें मिल चुकी है. इस बार इन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरी तरफ अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने भी इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. उनका मुद्दा था कि बांग्लादेशी रोहिंग्या को काम पर रखने से वह काम मूल्य में काम तो करवा ले रहे हैं. मगर इस से स्थानीय लोगों का रोजगार छिन रहा है.
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