PATNA: JDU के पूर्व अध्यक्ष स्व शरद यादव का अस्थि कलश आज पटना पहुंचा जहां से मधेपुरा में उसे विसर्जित किया जाएगा. इसके लिए शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज बिहार पहुंची. इस मौके पर सुभाषिनी राज ने कहा कि पिता की इच्छा के अनुसार उनके अस्थि कलश को मधेपुरा में विसर्जित किया जाएगा. राजद कार्यालय से सीधे मधेपुरा के लिए निकलेंगे. उन्होंने बताया कि पटना में राजद की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यात्रा निकाली गई साथ ही श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया. जिसके लिए उन्होंने राजद का आभार जताया.
उन्होंने बताया कि पिता शरद यादव की कर्मभूति बिहार रही है और उनकी इच्दा थी कि अस्थित विसर्जन उनकी कर्मभूमि में हो.
RJD कार्यालय में तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दी श्रद्धांजलि
राजद के प्रदेश कार्यालय में अस्थि कलश पहुंचा जहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी और राजद के कई मंत्रियों ने श्रद्धांजलि दी. वहीं शरद यादव के बेटे शांतनु कुमार ने कहा कि मेरे पिताजी की इच्छा थी कि उनकी अस्थि कलश मधेपुरा में विसर्जित किया जाए इसीलिए हम पहले राजद कार्यालय फिर वहां से मधेपुरा के लिए निकलेंगे.
समाजवादी विचारधारा के दूसरी पीढ़ी सबसे बड़े नेता थे शरद यादव
राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्धिकी ने कहा कि
समाजवादी विचारधारा के दूसरी पीढ़ी के सबसे बड़े नेता थे शरद यादव.
हमने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया है बिहार से उनका सुख दुख का लगाव था. बिहार के लिए वह हमेशा संघर्ष करते रहते थे.
‘अतिपिछड़ों की लड़ाई हमेशा लड़ते रहे हैं शरद यादव’
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि शरद यादव
का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ लेकिन राजनीति का सबसे बड़ा हिस्सा
बिहार को उन्होंने दिया. उन्होंने कहा कि जो गरीब हैं,
जो समाज में उपेक्षित हैं अति पिछड़ों की लड़ाई शरद यादव लड़ते रहे हैं.
मंडल कमीशन लागू होने के बाद संघर्ष की लड़ाई में
गांधी मैदान में तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह, लालू प्रसाद यादव के साथ शरद यादव भी मौजूद रहे.
रिपोर्ट : राजीव कमल