रिपोर्टः सोनु कुमार/ न्यूज 22स्कोप
चतरा: बीते दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें चतरा के प्रतापपुर प्रखंड में एक बुजुर्ग दंपत्ति जो जंगल से सुखी लकड़ी लेकर अपने घर जा रहे थे. उन्हें वन कर्मियों के द्वारा रोक कर सरेराह वीडियो बनाने का मामला सामने आया था. सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री के द्वारा मामले को संज्ञान में लाया गया था. वन कर्मियों के ऊपर कार्रवाई की गई थी. फिर से एक ऐसा ही मामला सदर प्रखंड के जितनी मोड़ से सामने आया है. जहां वन कर्मियों के द्वारा बिना एक भी नोटिस थमाए बिरहोर परिवारों के 14 घरों पर बुलडोजर चला दिया गया.
एक भी नोटिस दिए बिना बिरहोर परिवारों के घरों पर चला बुलडोजर
दरअसल पीड़ित लोग बिरहोर परिवार हैं और बिरहोर परिवारों का इतिहास भी यही कहता है कि बिरहोर जनजाति जंगलों में उपलब्ध मूल फल फूल तथा अन्य वन उत्पादों व शिकार द्वारा अपना जीवन बसर करते हैं. अब ऐसे में अचानक वन विभाग के द्वारा बुलडोजर लेकर इनके घरों को ढा दिया जाता है. पीड़ित परिवारों ने वन कर्मियों के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि हमें बिना नोटिस थर्माए हमारे झुग्गी झोपड़ियों को बर्बरता पूर्वक ढा दिया गया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा की हमारे घरों के अंदर उस समय छोटे-छोटे बच्चे सो रहे थे. उसी समय वन विभाग के कर्मियों के द्वारा बुलडोजर चला दिया गया. ऐसे में अब हम पेड़ों के नीचे रहने के लिए मजबूर हो चुके है.