किशनगंज : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में आमतौर पर लोग संगम में डुबकी लगाकर अपनी पापों का प्रायश्चित करने जाते हैं। आज हम आपकों पश्चिम बंगाल के दो ऐसे शातिर बदमाश से मिला रहे हैं जो चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए संगम में डुबकी लगाया था। ताकि चोरी करने के बाद पुलिस की नजरों से बच सकें लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। किशनगंज में चोरी कर लाखों में हाथ साफ तो किया था लेकिन पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।
दरअसल, मामला किशनगंज टाउन थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के समीप 25 जनवरी की रात की है। जहां संवेदक रामनाथ चौधरी के बंद पड़े घर पर चोरों ने भीषण चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। संवेदक के मैनेजर अंकित कुमार साह के द्वारा किशनगंज टाउन थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया गया। जिसके बाद किशनगंज एसपी ने मामले का उदभेदन के लिए एक जांच टीम गठित किया। वहीं जांच टीम के द्वारा फॉरेंसिक जांच, सीसीटीवी फुटेज की मदद से सबूत जुटाए और पश्चिम बंगाल से बप्पी सिंह और अमित बाल्मीकि नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने पश्चिम बंगाल के नेपाल कर्मकार नामक एक आभूषण कारोबारी को भी गिरफ्तार किया। जिसके घर पर छापेमारी कर पुलिस ने लुटे हुए आभूषण को बरामद किया।
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किशनगंज एसपी सागर कुमार ने बताया कि एक बंद मकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिसका सफल उदभेदन जांच टीम के द्वारा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि तीन आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है। जिसमें एक व्यक्ति पर चोरी का सामान खरीदने का आरोप है। एसपी ने कहा कि इन तीनों के पास से लूट के एक लाख 28 हजार रुपए नकद, दो किलो 418 ग्राम चांदी, 35.52 ग्राम सोना, चार मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की है। एसपी ने कहा कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ के क्रम खुलासा किया कि पहले इन्होंने प्रयागराज स्थित संगम में स्नान किया। उसके उपरांत चोरी करने की योजना बनाई थी। पहले प्रयागराज में ही रैकी किया फिर अलीगढ़ पर लेकिन वहां इन दोनों को सफलता हाथ नहीं लगी तो फिर किशनगंज पहुचकर संवेदक के घर पर चोरी की वरदात को अंजाम दिया था।
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कौशल विश्वास की रिपोर्ट