फोन चोरी के आरोप में 13 घंटे हाजत में रहा छात्र, फांसी लगाकर दे दी जान

फोन चोरी के आरोप में 13 घंटे हाजत में रहा छात्र, फांसी लगाकर दे दी जान

हजारीबाग: मोबाइल चोरी के आरोप में 13 घंटे पुलिस कस्टडी में रहने वाले 22 साल के छात्र भोला पासवान ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

परिजनों की सूचना पर पुलिस ने खिरगांव रोड सिरका से छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।भोला पासवान कोडरमा में ही आईटीआई में पढ़ता था।

आत्महत्या से पहले उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें लिखा है कि मैं आत्महत्या कर रहा हूं। मेरे परिवार में भैया-भाभी और माता-पिता बहुत अच्छे हैं। वे निर्दोष हैं, उनका ध्यान रखिएगा।

मृतक के पिता नारायण पासवान समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि एक मई को घर के सामने एक बाइक खड़ी थी। उस बाइक की सीट पर कोई व्यक्ति मोबाइल छोड़कर शराब पीने के लिए बगल में चला गया था।

इसी दौरान भोला की नजर बाइक पर रखे मोबाइल पर पड़ी, तो उसने मोबाइल उठाकर अपने पास रख लिया था। बाद में मोबाइल धारक गोंदलपुरा निवासी अडानी का कर्मी अरुण ने बगल की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से भोला की पहचान करते हुए उसके खिलाफ बड़ा बाजार ओपी में शिकायत कर दी।

इस शिकायत पर पुलिस उसे 3 मई की सुबह 6 बजे घर से पकड़कर थाना ले गई। थाना में भोला ने मोबाइल जमा कर दिया। शाम 7:30 बजे पुलिस ने उसे थाना से मुक्त किया। थाना प्रभारी बिट्टू कुमार ने कहा कि परिजनों का आरोप निराधार है। मोबाइल के संबंध में जिसने शिकायत की थी, वह जब तक कंप्रोमाइज पिटीशन लिखकर नहीं देता, तब तक युवक को कैसे मुक्त किया जा सकता था।

जिले के एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है। अगर इस तरह की कोई शिकायत आती है तो जांच कर कार्रवाई करेंगे।

इधर, छात्र की आत्महत्या पर स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। लोगों ने पुलिस के वरीय अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

हजारीबाग में दाई का काम कर बेटे को आईटीआई में पढ़ा रही थी मां, मृतक के परिजनों ने पुलिस से मांगा इंसाफ

Share with family and friends: