डिजीटल डेस्क : RG Kar Case – कोलकाता से कूचबिहार तक सड़कों पर विरोध जारी, लालबाजार से पहले ही धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टर, पूर्व केंद्रीय मंत्री निशीथ अधिकारी हिरासत में। गत 8-9 अगस्त को RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर की घटना के विरोध में सोमवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से लेकर कूचबिहार तक लोग सड़कों पर उतरे एवं घटना पर अपना तीव्र आक्रोश जाहिर करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
कोलकाता में घटना के विरोध में पुलिस कमिश्नर को हटाए जाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने लालबाजार चलो अभियान के तहत प्रतिवाद जुलूस निकाला।
इस जुलूस को लालबाजार इलाके में स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय पहुंचने से करीब आधा किमी. पहले ही रोकने की मुकम्मल व्यवस्था पुलिस ने कर ली तो जुलूस में शामिल जूनियर डॉक्टर अपने पोस्टर-बैनरों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।
लालबाजार बना अभेद्य किला तो धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टर
RG Kar की घटना के 23 दिन बीतने के बाद भी पीड़त को न्याय न मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार दोपहर 2 बजे कॉलेज स्क्वायर से प्रतिवाद जुलूस निकाला। इस जुलूस में शामिल प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे की मांग की।
जुलूस को लालबाजार इलाके में पहुंचने से पहले ही रोकने के लिए पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। डीसी ट्रैफिक रूपेश कुमार ने बताया कि इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू है और वैसे भी अतीत में लालबाजार की ओर आने वाले सभी जुलूसों को बीबी गांगुली स्ट्रीट मोड़ पर ही रोका जाता रहा है।
पुलिस अधिकारी के इस बयान के सामने आते हुए जूनियर डॉक्टरों में नाराजगी और ज्यादा बढ़ी। प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने घोषणा कर दी कि जब तक पुलिस कमिश्नर खुद उनके समक्ष मिलने के लिए नहीं आते तब तक धरनास्थल से कोई भी प्रदर्शनकारी अपने कदम पीछे नहीं हटाएगा।
प्रदर्शनकारियों की ओर से मीडिया को बयान देते हुए किंजल नंदी ने कहा कि पहले पुलिस ने बताया था कि जुलूस को लेकर बेंटिक स्ट्रीट और बीबी गांगुली स्ट्रीट मोड़ तक आ सकते हैं लेकिन अब पुलिस अपने बयान से मुकर गई हैं एवं 20 लोगों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने को कह रही है जो कि आंदोलन व विरोध प्रदर्शन की धार को कुंद करने की चाल है।
नंदी ने कहा कि जब पुलिस कमिश्नर खुद प्रदर्शनकारियों के बीच नहीं पहुंचते, तब तक धरना जारी रहेगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री हिरासत में, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव
RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल की घटना के विरोध में कूचबिहार का सागरदिघी में सोमवार को पूरे समय गहमागहमी बनी रही। भाजपा की ओर जिलाधिकारी के घेराव कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक को पुलिस ने हिरासत में लिया तो धक्कामुक्की शुरू हुई।
अपने नेता को हिरासत में लिए जाने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस की ओर रोकने की कोशिश के दौरान हुए हल्के बल प्रयोग से कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी का माहौल बना और देखते ही देखते कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जिलाधिकारी कार्यालय से सटे एसपी कार्यालय की ओर पथराव कर दिया।
पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच पलक झपकते ही खंड युद्ध का नजारा दिखा और समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत कुल 22 लोगों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है।
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, कूचबिहार के सागरदिघी में भाजपा के हिंसक प्रदर्शन के दौरान कुल 7 महिलाओं समेत 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
जेड श्रेणी की सुरक्षा घेरे में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ प्रदर्शन के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष सुकुमार राय, विधायक मिहीर गोस्वामी आदि साथ थे।
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