गयाजी: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी राजद और लालू परिवार पर लगातार हमलावर बने रहते हैं। एक बार फिर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लालू परिवार और तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला करते हुए तेजस्वी के दामाद आयोग के बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि चलनिया दूसे बढ़निया के। उन्होंने कहा कि राजद परिवार में लालू यादव ने बिना काबिलियत के भी अपने परिवार के लोगों को ही सिर्फ मुख्यमंत्री समेत अन्य पदों पर बैठाया। दरअसल केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी गया जी के फतेहपुर में आयोजित परिवर्तन जनसभा में भाग लेने पहुंचे थे।
परिवर्तन जनसभा को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने एक बार फिर लालू – तेजस्वी समेत पूरे परिवार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि यह वही लोग हैं जो बिना काबिलियत के मंत्री से मुख्यमंत्री तक के पद पर बैठे। मीसा के पति पर्स उठा कर उनके साथ चलते हैं। दिल्ली हरियाणा में मारपीट करने वाले, इलू इलू करने वाले बिहार के मंत्री बन गये। लालू यादव के बेटे स्वास्थ्य मंत्री बन गए, बेटी मीसा राज्यसभा और बाद में लोकसभा की सदस्य बन गई।
यह भी पढ़ें – तेज प्रताप को है जान का खतरा, कहा 4-5 लोग रच रहे हैं मेरे खिलाफ साजिश
वे बताएं कि मीसा भारती ने किस आंदोलन में भाग लिया था जिसका फल उन्हें मिला। उनके पति अपने ससुराल में घर जमाई बन कर रहते हैं और पत्नी का पर्स उठा कर चलते हैं।सिंगापूर में रहने वाली बेटी को भी लालू ने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बना दिया। राबड़ी देवी बिना पढ़े लिखे ही बिहार की मुख्यमंत्री बन गई। लालू परिवार में जितने भी लोग विभिन्न पदों पर आसीन हैं वे बताएं कि कौन कितने पढ़े लिखे हैं। इस परिवार में दर्जन भरा लोग हैं जो बिना काबिलियत के विभिन्न पदों पर हैं और वे लोग परिवारवाद की बात करते हैं।
जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम गरीबों की भलाई के लिए, महादलित भाई की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे समाज को आगे करने की कोशिश कर रहे हैं और वह लोग इस पर भी राजनीति करते हैं। आपलोगों को इनसे बच कर रहना है। बता दें कि बिहार में विभिन्न आयोगों के गठन के बाद बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा था कि सरकार को एक दामाद आयोग का भी गठन कर ही देना चाहिए जिसके बाद से केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी लगातार तेजस्वी परिवार पर हमलावर बने हुए हैं।
https://www.youtube.com/@22scopestate/videos
गयाजी से आशीष कुमार की रिपोर्ट