झारखंड में एसीबी ने शराब और जमीन घोटाले की जांच तेज कर दी है। विनय सिंह की जमानत के बाद एसीबी अब अपने अफसरों की भूमिका भी जांच रही है। 198 फाइलें जब्त की गईं।
Jharkhand Corruption Update : झारखंड में चल रहे शराब घोटाला और हजारीबाग जमीन घोटाले में अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अपनी जांच और तेज कर दी है। एसीबी को इन मामलों में कई नई जानकारियां मिली हैं।
सूत्रों के मुताबिक, विनय सिंह की तलाश में दिल्ली गई एसीबी की टीम ने कार्रवाई में लापरवाही बरती थी, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इस चूक का फायदा उठाते हुए विनय सिंह ने अदालत से जमानत हासिल कर ली।
Key Highlights:
ACB ने शराब और जमीन घोटाले दोनों मामलों की जांच तेज की
विनय सिंह की तलाश में गई टीम पर लापरवाही के आरोप
विनय सिंह को कोर्ट से जमानत, अब एसीबी जांचेगा अपने अफसरों की भूमिका
198 फाइलें जब्त, जिनसे शराब घोटाले के राज खुलने की उम्मीद
हजारीबाग जमीन घोटाला: सरकारी अफसरों की भूमिका संदिग्ध
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की तैयारी, फर्जी बैंक गारंटी वाली एजेंसियां भी रडार पर
Jharkhand Corruption Update :
अब एसीबी ने अपने ही विभागीय अधिकारियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, अदालत में 13 अक्टूबर को उस याचिका पर सुनवाई होगी जिसमें विनय सिंह के ठिकानों से जब्त सामग्री को छुड़ाने की मांग की गई है। वहीं, 16 अक्टूबर को उनकी जमानत याचिका पर भी सुनवाई निर्धारित है।
एसीबी की छापेमारी के दौरान विनय सिंह के ठिकानों से 198 फाइलें जब्त की गई थीं। अधिकारियों का दावा है कि इन्हीं फाइलों से शराब घोटाले से जुड़े कई रहस्य उजागर होंगे।
Jharkhand Corruption Update: हजारीबाग जमीन घोटाले में बड़ा खुलासा
एसीबी की जांच में पता चला है कि विनय सिंह ने वर्ष 2010 में हजारीबाग के बभनवे मौजा में करीब एक एकड़ जमीन अपने और पत्नी स्निग्धा सिंह के नाम से खरीदी थी। उस समय हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय कुमार चौबे थे।
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए इस भूमि की खरीद-बिक्री और म्यूटेशन में सहायता की। इसमें राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार वर्मा, अंचल निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद सिंह, अंचलाधिकारी अलका कुमारी, विक्रेता दानिंद्र कुमार, निरंजन कुमार, और क्रेता विनय सिंह व उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह की भूमिका संदिग्ध बताई गई है।
Jharkhand Corruption Update: शराब घोटाले में फरार आरोपियों की तलाश जारी
एसीबी अब शराब घोटाले से जुड़े फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की तैयारी में जुट गई है। इनमें वे प्लेसमेंट एजेंसियां भी शामिल हैं जिन्होंने फर्जी बैंक गारंटी पर मैनपावर सप्लाई का ठेका लिया था।
गौरतलब है कि 20 मई को एसीबी ने शराब घोटाले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें राज्य सरकार को दो एजेंसियों को अनुचित लाभ पहुंचाते हुए लगभग 38 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान का आरोप लगाया गया था।
अब एसीबी इन दोनों घोटालों में समानांतर कार्रवाई कर रही है ताकि राज्य के राजस्व नुकसान की भरपाई और अधिकारी-व्यवसायी गठजोड़ का खुलासा किया जा सके।
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