डिजीटल डेस्क : Agri Drones In U.P. – किसानों को ड्रोन फ्रेंडली और दक्ष बनाने में जुटी योगी सरकार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने उत्तर प्रदेश में खेती-किसानी में भी नवाचार को बढ़ावा देने में गंभीरता से जुटे हुए हैं।
बिना किसी विशेष शोर-शराबे के इस दिशा में तेजी से काम जारी है। इसके लिए युवा और इच्छुक किसानों को Drone संचालन की मुफ्त ट्रेनिंग भी व्यवस्था जिलों में कराई जा रही है
। उसके लिए कृषि विज्ञान केंद्रों पर विशेष सहूलियतें मुहैया कराई जा रही हैं। इस पूरे पहल के पीछे योगी आदित्यनाथ सरकार का मकसद नए दौर के मुताबिक, U.P.के किसानों को Drone-फ्रेंडली बनाना एवं उन्हें कृषि कार्य हेतु Drone के इस्तेमाल में दक्ष बनाना है।
कृषि मंत्री शाही बोले – पूरे उत्तर प्रदेश में कार्यरत हैं 130 Agri Drones
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब हुए तो कृषि प्रधान राज्य उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसानों को लेकर जारी प्रयासों पर भी चर्चा चली। उसी क्रम में कृषि मंत्री ने कई रोचक जानकारियां मीडिया से साझा की।
शाही ने बताया कि – ‘इस समय पूरे U.P.में 130 Drone कार्यरत है। सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को Drone उपलब्ध करा दिए गए हैं। इफको के माध्यम से भी 30 Drone उपलब्ध कराए गए हैं।
एग्री जंक्शन और एफपीओ वालों को भी 40 से 50 फीसदी अनुदान पर Drone दिया जा रहा है। जैसे-जैसे मांग आ रही है, तदनुसार व्यवस्था की जा रही है’।

Drone के प्रति किसानों में ललक बढ़ाने को जिलों में लगवाई जा रही है प्रदर्शनी
इसी क्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सरकारी तौर पर कई स्तर पर सजगता और सतर्कता भी बरती जा रही है। खेती – किसानी में Drone के इस्तेमाल से कहीं कोई दुर्घटना या दुरुपयोग ना हो, उस बात पर सरकार खास ध्यान रख रही है।
कृषि मंत्री शाही ने खुलकर कहा कि – ‘Drone उन्हीं को दिया जाएगा जिनमें इसे ऑपरेट करने की दक्षता हो। अकुशल और अदक्ष किसानों को Drone नहीं मिलेगा। ऑपरेटरों को, कृषि वैज्ञानिकों, Drone ऑपरेशन के लाइसेंसधारियों, प्रशिक्षित किसानों को ही Drone देने की व्यवस्था है।
इच्छुक किसान आएं तो उन्हें Drone संचालन में दक्ष कर Drone मुहैया कराया जाएगा लेकिन वे आगे तो आएं।
इसके लिए हम जिले में Drone की प्रदर्शनी करवा रहे हैं और वहां आने वाले किसानों को रुचि होती है तो उन्हें अनिवार्य प्रशिक्षण मुहैया कराकर Drone मुहैया कराने की व्यवस्था है।
अभी तो कई एफपीओ के साथ आने वाले किसान प्रशिक्षण प्राप्त कर अनुदान पर Drone हासिल कर रहे हैं’।