Aurangabad– मोहब्बत करने वाले कभी अंजाम से नहीं डरते, बने लाख दुश्मन जमाना, आशिक परिणाम से नहीं डरते.
Highlights
इस सच साबित कर दिखलाया है, दाऊदनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले संजय राम ने.
मैट्रिक की परीक्षा देते देते हुआ प्यार
दरअसल संजय राम का घेटरा गांव की रहने वाली एक युवती को मैट्रिक की परीक्षा दिलवाने के लिए गया था.
परीक्षा दिलवाते-दिलवाते दोनों एक दूसरे को दिल दे बैंठे. दोनों के सपनों में बस एक ही चेहरा आता था.
लेकिन दुनिया की रश्मों रिवाज इसमें दीवार बन कर खड़ी थी. परिजन दोनों की इस दीवानगी के दुश्मन थें
.लेकिन संजय ने हार नहीं मानी, चाहतें बरकरार रही, इस बीच वह युवती पांच माह की गर्भवती भी हो गयी.
इसके बाद बात और भी गंभीर हो गया.
सूर्य मंदिर में पूरी की गयी शादी की रस्म
जब यह खबर लोगों को लगी कि युवती पांच माह की गर्भवती है, तब कुछ लोगों के सहयोग से दोनों परिवारों को बैठाया गया,
दोनों के परिजनों को समझाने की कोशिश शुरु हुई. लेकिन इस बैठक में ही दोनों पक्ष में विवाद हो गया.
लेकिन संजय ने हार नहीं मानी, उसने अपना स्पष्ट इरादा जता दिया कि चाहे जो कुछ भी हो वह अपना कदम पीछे नहीं खिंचने वाला है.
लड़की भी अपनी जीद पर अड़ी रही. दोनों के इस तेवर को देखते हुए आखिरकार दोनों के परिजनों ने हार मान ली,
और इस शादी को स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों ने फेसर थाने के समीप सूर्य मंदिर में दोनों की शादी कर दी गयी.
दोनों सदा सदा-के लिए एक दूसरे के हो गए.
मोहब्बत करने वाले कभी अंजाम से नहीं डरते
शादी के रस्म पूरा होते ही संजय ने कहा कि लाख दुश्मन बने जमाना, सचे आशिक की कभी हार नहीं होती.
प्रेमियों की अपनी अलग दुनिया होती है, उनके अपने सपने होते हैं, दुनिया की रस्मों रिवाज ज्यादा
दिन तक प्यार में बाधा नहीं बन सकती, यदि इरादे नेक हो तो दुनिया को एक दिन हार माननी ही पड़ती है.