रांची: विवि अंतर्गत सभी अंगीभूत/ संबद्ध और अल्पसंख्यक कॉलेजों में अब बिना सत्यता जांचे किसी भी कंपनी/संस्थान/उद्योग को प्लेसमेंट ड्राइव चलाने पर रोक लगा दी गयी है.
विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के आदेश पर सभी कॉलेजों के प्राचार्य/प्रोफेसर इंचार्ज को पत्र भेज कर इसे सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है.
विवि को शिकायत मिली कि कुछ कंपनी/ संस्थान और उद्योग छात्रों, विशेष कर छात्राओं को नौकरी देने के लिए कॉलेज में प्लेसमेंट ड्राइव के लिए आ रहे हैं, नौकरी के नाम पर कम वेतन में उन्हें चयनित कर ले जाते हैं.
विवि को जानकारी मिली है कि छात्राएं नौकरी के नाम पर संबंधित कंपनियों/संस्थानों/उद्योगों में योगदान करती हैं, लेकिन वह ट्रैफिकिंग (तस्करी) का शिकार हो जा रही हैं.
यह बहुत ही गंभीर मामला है. साथ ही यह सामाजिक कलंक भी है. कुलपति ने सभी प्राचार्यों/प्रोफेसर इंचार्ज को सख्त हिदायत दी है कि कंपनी/संस्थान/उद्योग की सत्यता सत्यनिष्ठा (इंटीग्रिटी) जांचे बिना किसी भी हाल में प्लेसमेंट ड्राइव चलाने के लिए कैंपस में प्रवेश नहीं करने दें.
कंपनी/संस्थान/उद्योग के बारे में पूरी तरह से संतुष्ट होने पर ही नियमानुसार अनुमति प्रदान करें. कुलपति ने प्राचार्यों/प्रोफेसर इंचार्ज को इसे अपनी आदत बनाने का निर्देश दिया है. साथ ही ड्राइव के संबंध में नियम और निर्देश का सख्ती से पालन करने को कहा है.