डिजीटल डेस्क : Breaking – सीबीआई का RG Kar मामले में एक्शन, भ्रष्टाचार मामले में डॉ. संदीप घोष के राजदार डॉ. देवाशीष को अपने साथ ले गई। गेट। कोलकाता निर्भया कांड में लगातार 9 दिनों तक पूर्व प्रिंसिपल से हुई पूछताछ के बाद सीबीआई ने बीते शनिवार की रात अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की थी और रविवार सुबह 6.45 बजे डॉ. संदीप घोष समेत 15 लोगों के ठिकानों पर एक साथ दबिश दी।
इसके बाद जहां सियासी खेमों में सन्नाटा देखा जा रहा है तो वहीं घटना के बाद से ही उद्वेलित आम जनता लगातार सीबीआई के इस छापेमारी का अपडेट जानने को उन 15 छापामारी वाले ठिकानों के बाहर लगातार जुटी हुई है। इस बीच शाम को केष्टोपुर इलाके में अचानक हलचल देखी गई।
वहां RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉ. देवाशीष सोम का घर पूरे दिन खंगालने के बाद उनको अपने साथ लेकर निकली है। मध्य कोलकाता स्थित निजाम पैलेस परिसर के कार्यालय में सीबीआई टीम डॉ. देवाशीष सोम को लेकर पहुंची है जिनका चेहरा सीबीआई अधिकारियों के बीच मुरझाया हुआ दिख रहा था।
डॉ. संदीप के विश्वस्त डॉ. देवाशीष सोम की RG Kar में चलती है हनक
सीबीआई की टीम RG Kar अस्पताल में भ्रष्टाचार के दर्ज अपने एफआईआर के मामले में पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के सबसे भरोसेमंद अधिकारी देवाशीष सोम को भी शिकंजे में लिया है। वह अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में काफी लंबे समय से बने हुए हैं और इस समय डिमांस्ट्रेटर पद पर तैनात हैं।
यही नहीं, वह RG Kar मेडिकल कॉलेज के कौंसिल के भी सदस्य हैं और कॉलेज के ही नेशनल मेडिकल कमीशन के भी सदस्य हैं। अस्पताल परिसर में देवाशीष सोम के हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह डॉ. संदीप के कार्यकाल में कभी अपने निर्धारित और नेमप्लेट वाले दफ्तर में नहीं बैठते थे।
वह डॉ. संदीप घोष के कक्ष के बराबर में खाली कमरे में ही बैठकर अपना सारा कामकाज वहीं से निपटाते रहने के लिए अस्पताल प्रशासन में मशहूर रहे हैं। अस्पताल परिसर में वह सबसे चतुर अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं और इसी कारण उनके खिलाफ जारी जांच को लेकर परिसर में कहा जा रहा है कि वह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त भले ना मिलें लेकिन भ्रष्टाचार के मास्टमाइंड तो वही मिलेंगे।
डॉ. संदीप के भ्रष्टाचारी सिंडिकेट के आधा दर्जन किंगपिन सीबीआई के निशाने पर
मध्य कोलकाता स्थित निजाम पैलेस परिसर स्थित सीबीआई के रीजनल मुख्यालय से रविवार की सुबह करीब पौने छह बजे एक दर्जन से अधिक अलग-अलग टीमें बाहर निकलीं और अलग-अलग वाहनों में उन टीमों में शामिल लोग सवार होने लगे तो आसपास मौजूद लोग चौंके। तुरंत यह खबर सोशल मीडिया के मार्फत मीडिया तक पहुंची तो सीबीआई के एक्शन की जानकारी जुटाई जाने लगी।
तभी पता चला कि सीबीआई की एक टीम महिला अधिकारी के नेतृत्व में डा. संदीप घोष के आवास पर पहुंची है। उसके बाद वहीं से पता चला कि सीबीआई के ये छापे RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर जारी जांच के क्रम में दर्ज हुई एफआईआर के 12 घंटे के भीतर की जा रही है।
इसी क्रम में यही पता चला कि ये छापे डॉ. संदीप के भ्रष्टाचारी सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों के यहां भी पड़े हैं। अन्य जिन 14 ठिकानों पर छापे पड़े हैं और छानबीन जारी हैं, उनमें से आधा दर्जन लोग ऐसे हैं तो डॉ. संदीप के सिंडिकेट में किंगपिन की भूमिका में लिप्त रहने के आरोपी बताए जा रहे हैं।
सीबीआई की टीमों ने रविवार की सुबह एक साथ कोलकाता के बेलियाघाटा, टाला पार्क, केष्टोपुर और हावड़ा इलाकों में पहुंची। RG Kar अस्पताल के पूर्व सुपरिंटेंडेंटे डॉ. संजय वशिष्ठ के इंटाली इलाके में स्थित आवास पर भी सीबीआई ने दबिश दी तो उसी अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के डिमांस्ट्रेटर देवाशीष सोम के केष्टोपुर आवास को खंगाला।
यही देवाशीष सोम शुरू से ही RG Kar मामले में सीबीआई के निशाने पर चल रहे डॉ. संदीप घोष से खास राजदार बताए जाते हैं।

RG Kar अस्पताल को खंगाल रही हैं सीबीआई टीमें
उक्त ठिकानों के अलावा सीबीआई की कुछ टीमें RG Kar अस्पताल परिसर के अलग-अलग हिस्सों में भी रविवार की सुबह अचानक पहुंचीं और छानबीन शुरू कर दी। अस्पताल के प्रशासनिक भवन परिसर में गहन पड़ताल जारी है। बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर के अलग-अलग हिस्सों को अपने नजरिए से सीबीआई टीमें गंभीरता से खंगालने में जुटी हुई हैं।
यही नहीं, सीबीआई अधिकारियों ने RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में छानबीन शुरू करने के बाद मौजूदा नए प्रिंसिपल डॉ. मानस कुमार बंदोपाध्याय एवं नए सुपरिंटेंडेंट डॉ. सप्तर्षि चट्टोपाध्याय को परिसर में उठा लाई है। इन दोनों अधिकारियों से भी सीबीआई के अधिकारी से लगातार गहन पूछताछ करते हुए दस्तावेजों का मिलान कर रहे हैं।
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